Mohammad Azam 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mohammad Azam 24 Mar 2018 · 1 min read तकदीर का सैलाब गिला तुमसे नहीं तकदीर से है जो खुशियां तो लाती है, पर ग़मो के सैलाब के साथ जिसमे डूबते उतलाते रहते हैं मेरे ख़्याल ये सैलाब हर चीज़ को अपने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 443 Share Mohammad Azam 23 Mar 2018 · 1 min read मैं (घमंड) टूटे रिश्ते संवारना मुश्किल नहीं नए रिश्ते बनाना मुश्किल नहीं मुश्किल है तो बस "मैं" को हराना माफ़ कर देना माफ़ी मांग लेना मुश्किल नहीं Hindi · मुक्तक 377 Share Mohammad Azam 22 Mar 2018 · 1 min read एक खास दोस्त ज़िन्दगी में दोस्त तो कई हैं पर तुम कुछ खास में से हो तुम्हारा ज़िक्र आता है पर महफ़िल में नहीं तुम्हे याद करता हूँ पर सिर्फ तन्हाई में नहीं... Hindi · कविता 444 Share