Ranjana Mathur Tag: ग़ज़ल/गीतिका 75 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Ranjana Mathur 9 Jan 2019 · 1 min read ग़ज़ल इस दिल ने किया प्यार पहली बार आप से हाल ए दिल नज़रें कह रही दिलदार आपसे। न तो तुम हमें न हम तुम्हें पहचानते ही थे नज़र नज़र में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 211 Share Ranjana Mathur 9 Jan 2019 · 1 min read ग़ज़ल ताकत दुखी पर न आजमाया करो ज्यादती बेबसों पर न ढाया करो। दे सके रोशनी ख़ुद मिले ख़ाक में वो शमा हसरतों की जलाया करो। खिलखिलाता रहे नेकियों का जहां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 226 Share Ranjana Mathur 29 Dec 2018 · 1 min read ग़ज़ल कभी-कभी कलियाँ भी खिलाता है बियाबां कभी-कभी सहरा भी बना करता है खियाबां कभी-कभी। जो हौसलों में होंगी तेरे गर बुलंदियाँ आंधियों में भी चिराग जले हैं कभी-कभी। है बाजुओं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 258 Share Ranjana Mathur 26 Dec 2018 · 1 min read आजमा कर तो देखो बियाबां में कलियाँ खिला कर तो देखो चिराग़ आंधियों में जलाकर तो देखो। उन ज़ख्मों पे क्या टिक सकेंगी निगाहें कभी दुख के नज़दीक जा कर तो देखो। किसी दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 273 Share Ranjana Mathur 20 Dec 2018 · 1 min read ग़ज़ल इब्तिदा ए इश्क अब होने लगी खुशनुमा सी जिन्दगी होने लगी। ढूंढती नज़्रें हमेशा ही तुझे हर इबादत बंदगी होने लगी। शबनमी इस नूर के जलवे बड़े तिश्नगी दीदार की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 232 Share Ranjana Mathur 20 Dec 2018 · 1 min read ग़ज़ल ?? गुल चमन में खिलखिला रहे हैं फिर याद तेरी दिला रहे हैं। ?? जो दिल हमारा हुआ करे थे वो दिल हमारा जला रहे हैं। ?? जो थे मिरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 226 Share Ranjana Mathur 20 Dec 2018 · 1 min read ग़ज़ल ? नहीं है होश ख़ुद का अब तेरा दीदार होते ही हुए मग़रूर तेरी ग़ज़ल का अश'आर होते ही। ? तुझे देखा तुझे चाहा तिरी ही की इबादत है न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 265 Share Ranjana Mathur 5 Dec 2018 · 1 min read ग़ज़ल जो महलों में है जन्मा झोंपड़ी का दर्द जाने क्या। हैं धन की गर्मियांँ जिनको हवाएं सर्द जाने क्या। पगों में चुभते कांटे औ भरे हैं धूल से चेहरे ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 407 Share Ranjana Mathur 3 Dec 2018 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल ज़िन्दगी जीने का सिलसिला तो चले साथ ख़ुशियाँ न हों इब्तिला तो चले। चलने का ही दूजा नाम है ज़िन्दगी मैं अगर थक गया काफ़िला तो चले। ऐसी भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 189 Share Ranjana Mathur 2 Dec 2018 · 1 min read आज कल बदली बदली फिज़ाएं क्यूँ हैं आजकल बेरुखी की हवाएँ क्यूँ हैं आजकल दिल में नफरतें भरी प्यार की है कमी बढ़ रही अब जफ़ाएं क्यूँ हैं आजकल। अपने भी कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 255 Share Ranjana Mathur 2 Dec 2018 · 1 min read आपको तो बस बहाना चाहिए इन निगाहों को बहाना चाहिए। आँसुओं को अब ठिकाना चाहिए। रोकने से भी न जो ठहरे कहीं बात पर खुद को मिटाना चाहिए। वो इक गुलशन खिल चमका था यहाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 428 Share Ranjana Mathur 24 Apr 2018 · 1 min read ग़ज़ल-क्यूं बागों को खंगाला जा रहा है गुनाह हमी पे डाला जा रहा है क्यूँ बागों को खंगाला जा रहा है। कली है नाज से पाली उसी के ख़ियाबाँ को न पाला जा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 337 Share Ranjana Mathur 24 Apr 2018 · 1 min read कला जीने की जिन्दगी जीने की भी कला चाहिए। मर के भी याद आए वो अदा चाहिए । दो निवाले भी जिसके हलक न पड़े। स्वाद छप्पन भोगों का वो जानता। तुम अगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 231 Share Ranjana Mathur 6 Feb 2018 · 1 min read गज़ल जिन्दगी ऊपर वाले की सौगात होती है उसकी मर्जी से ही दिन व रात होती है। चांद तो एक ही होता है नीले नभ के तले संग-संग सितारों ही की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 220 Share Ranjana Mathur 28 Dec 2017 · 1 min read ? मीत मेरे ? ??? साथी तेरे लिए ही मैंने सारी दुनिया ठुकराई, मगर कभी तुझसे ओ मितवा न की बेवफाई। ??? सदा रहूंगी साथ तेरे ये कसम है मैंने खाई, दूर न जाऊँगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 230 Share Ranjana Mathur 14 Dec 2017 · 1 min read बदनाम क्यूँ ???? ये किस्सा जिन्दगी में हमने आम होते देखा है। हमने अच्छाइयों को नाकाम होते देखा है। शोहरतें उनको मिलीं जिनका न ईमान कोई सच्चे लोगों को हमने बदनाम होते देखा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 572 Share Ranjana Mathur 8 Dec 2017 · 1 min read मेरा भगवान् इतनी ताकत मिली है मुझको रब की रहमत में। साथ खड़ा मिलता है वो मेरी हर मुसीबत में। कहो मिलता है भला क्या बदी और नफरत में क्यूँ न भर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 388 Share Ranjana Mathur 21 Nov 2017 · 1 min read गज़ल न ही रवा कहिए न ही सज़ा कहिए जो हो रहा है वो उसकी रज़ा कहिए। हम तो हैं जी रहे रहमो करम पर उसके जिन्दगी को ऊपर वाले की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 283 Share Ranjana Mathur 13 Sep 2017 · 1 min read दर्द बुरा होता है धीरे-धीरे ही तेरी सच्चाई का ,पता होता है ऐ दुनिया। बाद की तन्हाई का दर्द बुरा होता है ऐ दुनिया। बचपन का मीठा प्यार बहुत भाता था मगर युवा भाइयों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 514 Share Ranjana Mathur 10 Sep 2017 · 1 min read बीती यादों के बसेरे तन्हा रातों में बिसरी यादों को आवाज दे बुला रहा हूँ मैं। जुबां तो हो चुकी खामोश सदा दिल की सुना रहा हूँ मैं। दवा तो हो चुकी बेअसर कभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 715 Share Ranjana Mathur 9 Sep 2017 · 1 min read हसरत है मेरी बिन तेरे अब तो गुजारा कहीं नहीं मेरा, भरी महफ़िल में रहकर भी तन्हां रहूँगा। तेरी यादों की खुशबू में है ऐसी तासीर हर पल उसी अहसास से महका रहूँगा।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 497 Share Ranjana Mathur 8 Sep 2017 · 1 min read == वक्त को पहचान लिया हमने == तेरे गरूर को तो करके यूँ टुकड़े-टुकड़े, हमने भी तेरे उस भरम को तोड़ना शुरू कर दिया। समय ने भी शुरू किये अपने तेवर बिखेरने मैंने भी तुमसे कुछ न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 382 Share Ranjana Mathur 1 Sep 2017 · 1 min read अहसास अनजाना कौन अनजाना-सा हमें याद यूं आ जाता है। पलकों को फिर से यूँ हर बार भिगो जाता है। दिल में है दर्द निगाहों में भी समाई है तपन कौन है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 306 Share Ranjana Mathur 31 Aug 2017 · 1 min read हम अकेले आज फिर दिखने लगा अक्स तेरा धुंधली यादों के झमेले में। तुम तो बस छोड़ गये हमको उलझे हम तो अकेले में। साथ तो तुमने कभी का छोड़ दिया मेरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 294 Share Ranjana Mathur 31 Aug 2017 · 1 min read याद जब आती है ## # गज़ल ### बारिशों की बूंदें यूंँ मायूस बनाती हैं मुझे। ठंडी पुरवाई तेरी यादें दिलाती हैं मुझे। काली घटाओं के ऊपर तो बस नहीं मेरा तेरी जुल्फों का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 241 Share Previous Page 2