meenu yadav 61 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 meenu yadav 2 Jun 2021 · 1 min read हमारा अन्नदाता कोई रिक्शा चला कर पेट भरता है, तो कोई हाथ फैलाकर । कोई व्यापार कर घर चलता है , तो कोई चाकरी कर । भूखा तो कोई नहीं रहता !... Hindi · मुक्तक 1 2 301 Share meenu yadav 21 Jan 2017 · 1 min read बदलती सोच बदल रही है सोच हमारी नया नज़रिया आया है … बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारा सबने मिलकर लगाया है रीति -रिवाज की बंदिश तोड़ उसे आगे बढ़ाया है बदल रही... Hindi · कविता 287 Share meenu yadav 5 Dec 2017 · 1 min read ये कलम ! ये कलम ! हरदम कुछ कहती हैं .. हाथ में आने पर लिखने को मचलती है l भावों के मनको को कागज़ पर उकेरती है ये कलम ! कुछ ....... Hindi · कविता 294 Share meenu yadav 20 Jan 2017 · 1 min read हमारी बिटियाँ हमारी बिटियाँ कल तक मेरी गोद में खेली , आँचल संग कर ठिठोली l कभी हटाएँ , फिर छिप जाये , करें आँख मिचौली! मेरी राजकुमारी देखो ! हो गई... Hindi · कविता 276 Share meenu yadav 28 May 2021 · 3 min read ऐसी गलती फिर न होगी (बचपन की सीख से) रामनिवास सपरिवार नई दिल्ली से सट्टे एक छोटे से गाँव दौलतपुर में रहता था। उसका दुनिया अपने बच्चे के इर्द-गिर्द घूमती थी । मीना उसकी चहिती बेटी थी । वह... Hindi · कहानी 1 286 Share meenu yadav 31 May 2021 · 1 min read पति मेरा सयाना, पति मेरा बड़ा सयाना, हर घड़ी मारे मुझे, पैसों का ताना । न दिन को चैन , न रात को दाना । देर से आने पर करता, हरदम वो नया... Hindi · कविता 1 279 Share meenu yadav 12 Jul 2021 · 1 min read इस बार पछुआ कुछ ऐसी चली, इस बार पछुआ कुछ ऐसी चली, यादों की मानो साँसे चली, जो दबा था बरसों से दिल की गली, उसे देख जीवन में हलचल मची। इस बार पछुआ कुछ ऐसी... Hindi · कविता 1 2 280 Share meenu yadav 21 Nov 2017 · 1 min read अक्सर याद आता है अक्सर याद आता है अक्सर याद आता है..... वो ममतामयी अचपन ! माँ का आँचल , बाबुल की डांट.. वो रूठना ..मटकना ... बिन बोले माँ का .. सब कुछ... Hindi · कविता 288 Share meenu yadav 15 Jan 2020 · 1 min read हम बच्चे कब बड़े होंगे ??? हम बच्चे कब बड़े होंगे ??? हम बच्चे कब बड़े होंगे ...... मन मर्ज़ी का काम करेंगे , परीक्षा से हम नहीं डरेंगे .. मार्क्स पर मारनहीं खाएँगे l हम... Hindi · मुक्तक 1 259 Share meenu yadav 31 May 2021 · 1 min read वार्ता बातें तो सब करते हैं, कुछ शोर करते हैं, तो कुछ लोगों को बोर करते हैं । हम तो उनमें से हैं, जो लोगों को आत्मविभोर करते हैं । -... Hindi · मुक्तक 256 Share meenu yadav 16 Jun 2022 · 1 min read बापू- तेरी लाडली बापू तेरी लाडली के लाड़ कोई न करता.... तू थकने पर कंधे पर खूब घुमाया करता, अब कोई एक गिलास पानी की भी न पूछता, आँखों मे आँसू झलकते, कोई... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 4 232 Share Previous Page 2