milan bhatnagar Tag: कविता 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid milan bhatnagar 26 Apr 2017 · 1 min read पहली पहली बार यादों में वो लम्हे बसे हों पहली पहली बार राहों में हम तुम मिलें हों पहली पहली बार पिघल के मेरी बाहों में समाये तुम ऐसे कि धरती अम्बर मिल... Hindi · कविता 750 Share milan bhatnagar 13 Mar 2017 · 4 min read इम्तेहान में पास कर (विनती) हे प्रभु, इस दास की इतनी विनय सुन लिजिये, मार ठोकर नाव मेरी पार ही कर दीजिये ! मैं नहीं डरता, प्रलय से, मौत या तूफ़ान से, रूह मेरी कांपती... Hindi · कविता 882 Share milan bhatnagar 3 Mar 2017 · 1 min read मिलन ऋतु मिलन ऋतु आयी दीवानी बरसात, भीगी भीगी हो गयी, बौराया मौसम, छू कर भीगा भीगा यौवन, आँखें कजरारी बहकी बहकी हो गयीं, होंठ साँसों के बुदबुदाए, बद-हवास देह चन्दन पानी... Hindi · कविता 786 Share milan bhatnagar 2 Mar 2017 · 1 min read तुम मेरी कविता हो मेरे हर शब्द की, अपनी, एक अलग कहानी है, मेरे दर्द की, अपनी, एक अलग रवानी है, और इसलिए, मै गीतों को, शब्दों में ढाल, तुम तक पहुंचा देता हूँ,... Hindi · कविता 1k Share milan bhatnagar 1 Mar 2017 · 1 min read सोने की चिड़िया एक रंग बिरंगी, आकर्षक,बहुत निराली थी चिड़िया, तिनका तिनका तोड़ जोड़ कर,रहने आई थी चिड़िया! बड़े वृक्ष की ऊंची शाख पर, छोटा अपना घर बना कर, स्नेह प्रेम का रंग... Hindi · कविता 1 498 Share milan bhatnagar 10 Feb 2017 · 1 min read कृतिम ज़िन्दगी मैं मौत नहीं, मैं जीवन हूँ, ज़िन्दगी के बोझ से, बुझा बुझा सा हूँ, मेरा जीवन कृतिम है, मेरी मौत कृतिम होगी, इसी लिए, कि मेरा सम्बंध, परमात्मा से टूट... Hindi · कविता 354 Share milan bhatnagar 10 Feb 2017 · 1 min read मिलन साहित्यपीडिया पर मेरे मिलन का एहसास, मेरी पहली रचना जो १९६५ के आस पास लिखी गई थी 'मिलन' का मिलन मुबारक हो तुझे मैं जो मिलूँ तो एक 'मिलन' मिले... Hindi · कविता 513 Share