लोधी डॉ. आशा 'अदिति' Tag: मुक्तक 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 18 Jul 2017 · 1 min read गुलाबों की तरह खिलना कहाँ आसान होता है गुलाबों की तरह खिलना कहाँ आसान होता है गले काँटों से मिल हँसना कहाँ आसान होता है मिटा देते हैं ये खुद को लुटाने के लिए खुश्बू ख़ुशी यूँ बाँट... Hindi · मुक्तक 780 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 29 May 2017 · 1 min read हर ख़ुशी सबको मिले ऐसी जमीं रब चाहिए ख्वाहिशें ऐसी कहाँ थी आसमां अब चाहिए लोग हो बेचैन ऐसी जन्नतें कब चाहिए एक दूजे पे भरोसा हो अमन चारों तरफ हर ख़ुशी सबको मिले ऐसी जमीं रब चाहिए... Hindi · मुक्तक 455 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 1 Apr 2017 · 1 min read करें क्यूँ कोख ख़ाली है जहाँ की रीत भी देखो, भला कैसी निराली है हैं नौ दिन पूजते देवी, मगर नारी को गाली है लगे प्यारी बहन, माता, मिले सुंदर बहू, पत्नी जो बेटी हो... Hindi · मुक्तक 627 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 15 Feb 2017 · 1 min read नया जीवन सजाया है तुम्हारा हाथ जो साजन मेरे हाथों में आया है बजे संगीत धड़कन में, दिलों ने गीत गाया है भले खुशियाँ हों चाहे गम, रहेंगे साथ हम दोनों नए सपने, नई... Hindi · मुक्तक 449 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 27 Jan 2017 · 1 min read सिखाया पाठ जीवन का, गुरूकुल हो गई अम्मा जो आँखों से गिरा मोती, तो व्याकुल हो गई अम्मा ख़ुशी से जो खिला चेहरा, तो बुलबुल हो गई अम्मा मेरे सुख साथ अम्मा के मेरे दुख साथ अम्मा के... Hindi · मुक्तक 474 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 26 Jan 2017 · 1 min read हर नगर फहराये तिरंगा, अखण्ड भारत की शान रहे तीन रंगों से सजा हमेशा अपना हिंदुस्तान रहे जोश केसरिया अंग अंग में, भरे खेत खलिहान रहे भेदभाव को भूल शांति सन्देश चलो अब फैलाएं हर नगर फहराये तिरंगा, अखण्ड... Hindi · मुक्तक 234 Share लोधी डॉ. आशा 'अदिति' 26 Jan 2017 · 1 min read हरा केसरिया फिर मिलकर, तिरंगा संग लहरायें गिरा दीवार नफरत की, चलो फिर एक हो जायें हरा केसरिया फिर मिलकर, तिरंगा संग लहरायें दिखा दे देश दुनिया को वतन की शान की खातिर मिटा दें दहशतें सारी... Hindi · मुक्तक 1 1 368 Share