Laxmi Narayan Gupta Tag: दोहा 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Laxmi Narayan Gupta 9 Aug 2020 · 1 min read छ: दीपक “शांति” का दीपक बुझे नहीं, यह जरूरी आजकल जला लेंगे शेष दीपक, हैं बुझे जो आजकल । “उत्साह” दीपक जले को, वे बुझाते फूंक कर चोरियों में नामजद जो, खुले... Hindi · दोहा 477 Share Laxmi Narayan Gupta 27 Feb 2017 · 1 min read कुछ दोहे कविता किरकी कांच जस, हर किरके को मोह । छपने की लोकेषणा, करे छंद से द्रोह । आत्म मुग्ध लेखन हुआ, पकड़ विदेशी छंद । ताका, महिया, हाइकू, निरस विदेशी... Hindi · दोहा 398 Share Laxmi Narayan Gupta 25 Jul 2016 · 1 min read दोहे कविता किरकी कांच जस, हर किरके को मोह छपने की लोकेषणा, करे छंद से द्रोह आत्म मुग्ध लेखन हुआ, पकड़ विदेशी छन्द ताका, महिया, हाइकू, निरस विदेशी कंद तंत्र बड़ा,... Hindi · दोहा 1 588 Share Laxmi Narayan Gupta 20 Jul 2016 · 1 min read सम-सामयिक दोहे सहिष्णु नर होता सफल, पकड़ सबूरी डोर| असहिष्णु नर ढोर सम, चरता चारों ओर| नगर, ग्राम, घाट, तट, सरिता की सौगात| नारी समपुरण तभी, सीरत भी हो साथ| बोया पेड़... Hindi · दोहा 3 446 Share