लक्ष्मी सिंह Tag: गीतिका छंद 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid लक्ष्मी सिंह 9 Oct 2022 · 1 min read चंद्र शीतल आ गया बिखरी गगन में चाँदनी। गीतिका छंद 2122 2122 2122 212 चंद्र शीतल आ गया बिखरी गगन में चाँदनी। छा गया सौन्दर्य अद्भुत है गजब की यामिनी। दुग्ध उज्ज्वल मोतियों से युक्त शीतल चंद्रमा। नभ... Hindi · गीत · गीतिका छंद 2 1 528 Share लक्ष्मी सिंह 19 Feb 2021 · 1 min read यामिनी बैरन हुईं है छंद - गीतिका समान्त 'अना' पदान्त मुझे 2122 2122 2122 212 यामिनी बैरन हुईं है आज फिर जगना मुझे। आज फिर से दीप बन कर रात भर जलना मुझे। सृष्टि... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका छंद · विरह 1 197 Share लक्ष्मी सिंह 14 Dec 2019 · 1 min read कविता गीतिका छंदाधारित गीत भावना के फूल खिलते,तब कहीं कविता बने। तूलिका से भाव बह कर, काव्य की सरिता बने। जब हृदय में ताप बढ़ती, दर्द की बौछार हो। दर्द जब... Hindi · कविता · गीत · गीतिका छंद 2 354 Share लक्ष्मी सिंह 25 Sep 2019 · 1 min read शोख- चंचल-सी हवा _गीतिका छंद_सृजन मापनी-2122 2122 2122 212 शोख- चंचल-सी हवा ये छेड़ जाती है मुझे। है बड़ी बदमाश-सी कितनी सताती है मुझे। अंग से ऐसे लिपट जाती बदन को चूमती। बावली... Hindi · गीत · गीतिका छंद · हवा 3 383 Share लक्ष्मी सिंह 21 Sep 2019 · 1 min read कर्म गीतिका छन्द 2122,2122,2122,212 कर्म दैविक रूप है, तो कर्म ही आकार है। कर्म दैविक संपदा है ,मुक्तियों का द्वार है। कर्म जो भी श्रेष्ठ करता, ईश का अवतार है। कर्म... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · गीतिका छंद 3 1 358 Share