Kumar Akhilesh Tag: ग़ज़ल/गीतिका 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kumar Akhilesh 10 Nov 2022 · 1 min read "शब्दकोश में शब्द नहीं हैं, इसका वर्णन रहने दो" हमने विरह भाव को भोगा है, हमें पलभर तन्हा रहने दो। करने दो मन ही मन बातें, आंखों को दर्पण कहने दो। हाथों से हाथों का मिलना,ये स्पर्श कोई आलौकिक... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 2 580 Share Kumar Akhilesh 13 Aug 2020 · 2 min read "रुखसती का इंतजाम कीजिए" कफन ओढ़ लिया मैंने, मेरी रुखसती का इंतजाम कीजिए हंस कर कह दीजिये अलविदा, बाद कब्र पर शिकवे शिकायत तमाम कीजिये मेरी यादों को अपने जहन में जगह दीजिये, यकीन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 489 Share Kumar Akhilesh 21 Jun 2019 · 1 min read "लौट कर आये" कहानी दूर तक जायें, फ़साने लौट कर आये मेरे किस्से ज़माने को, बताने लौट कर आये कभी आँखों से बहकर के, जो छलके थे मेरे सपनें फलक पे नाम वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 290 Share Kumar Akhilesh 5 Aug 2018 · 1 min read “एक चाँद और कुछ सितारें मिला करते हैं” एक चाँद और कुछ सितारें मिला करते हैं जब रात को उजालों के सहारें मिला करते हैं और डूबने वाले को कुछ तो जद्दोजहद करनी होगी तब जाकर कहीं किसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 366 Share Kumar Akhilesh 4 Dec 2017 · 1 min read “बेवफा को बेवफा कौन कहेगा” तेरी दिल्लगी को मुहब्बत कह दूँ तो बेवफा को बेवफा कौन कहेगा गम-ए-जुदाई है इश्क़ में सबसे बड़ी सजा साथ दफना दोगे तो सजा को सजा कौन कहेगा उसे रूठ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 820 Share