Kumar Akhilesh Tag: कविता 13 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kumar Akhilesh 17 Aug 2024 · 1 min read “आँख खुली तो हमने देखा,पाकर भी खो जाना तेरा” मन में बातें करते-करते, तेरी यादों में सो जाना मेरा, फिर ख्वाबों में आना तेरा, आँख खुली तो हमने देखा, पाकर भी खो जाना तेरा । नींद बगल में लेटी... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 1 52 Share Kumar Akhilesh 10 Nov 2022 · 1 min read "शब्दकोश में शब्द नहीं हैं, इसका वर्णन रहने दो" हमने विरह भाव को भोगा है, हमें पलभर तन्हा रहने दो। करने दो मन ही मन बातें, आंखों को दर्पण कहने दो। हाथों से हाथों का मिलना,ये स्पर्श कोई आलौकिक... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 2 580 Share Kumar Akhilesh 14 Jun 2022 · 1 min read “श्री चरणों में तेरे नमन, हे पिता स्वीकार हो” तुम कृष्ण से मेरे सारथी, अर्जुन सा तेरा पार्थ मैं जो पथ प्रसस्थ तुमने किया, उस पर चलूं निस्वार्थ मैं जिज्ञासा वश उत्पन्न हुए गर, मस्तिष्क मेरे प्रश्न जो उत्तर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता · गीत 6 4 289 Share Kumar Akhilesh 11 Oct 2021 · 1 min read "श्री चरणों में तेरे नमन, हे पिता स्वीकार हो" तुम कृष्ण से मेरे सारथी, अर्जुन सा तेरा पार्थ मैं जो पथ प्रसस्थ तुमने किया, उस पर चलूं निस्वार्थ मैं जिज्ञासा वश उत्पन्न हुए गर, मस्तिष्क मेरे प्रश्न जो उत्तर... Hindi · कविता 2 2 259 Share Kumar Akhilesh 9 Jul 2021 · 1 min read "कृष्ण के किरदार" मधुर प्रेम से भरा हुआ जो और शब्दों से गढ़ा गया है प्रेम में पागल राधा देखी मीरा संग जो पढ़ा गया है वहीं श्याम है कृष्ण रूप में महाभारत... Hindi · कविता 4 2 740 Share Kumar Akhilesh 17 Apr 2020 · 1 min read "ज्योति के निर्माण को" घनघोर सा है तम घना, आह्वान करती है धरा जो कर विफल अंधकार को,प्रकाश दे संसार को करना है ये.......प्रण अदा, हम रहें तत्पर सदा उस ज्योति के निर्माण को,उस... Hindi · कविता 3 6 480 Share Kumar Akhilesh 1 Apr 2020 · 1 min read "दूरी बहुत जरूरी है " आज लगभग सम्पूर्ण विश्व कोविड-19 संक्रमण नामक महामारी से पीडित है। भारत में भी वर्तमान समय में लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है। प्राणी विचलित भी है और विवश भी।... Hindi · कविता 2 3 416 Share Kumar Akhilesh 25 Jan 2019 · 1 min read "जाग उठी गर वहीं वीरता, किस्सें होंगे खत्म लकीरों के" चट्टानों से टकरायें जो, आग में जल अंगार बनें। तलवारों सी धार हो जिसमें, रक्त से जो श्रृंगार करें। ऐसे वीर वीरता ऐसी, भारत तेरे वीरों में। जो सदियों से... Hindi · कविता 2 1 294 Share Kumar Akhilesh 10 Aug 2018 · 2 min read "स्वेद नहीं हम शोणित देंगे, भारत के श्रृंगारों को" स्वेद नहीं हम शोणित देंगे, भारत के श्रृंगारों को लिख देंगे इतिहास नया हम, कलम बना तलवारों को राष्ट्रवाद का स्वप्न सजा, जो भारत पर कुर्बान हुए जर्रा जर्रा नमन... Hindi · कविता 2 2 394 Share Kumar Akhilesh 21 Jan 2018 · 1 min read “गुमनाम शहीदों को, श्रद्धा नमन हमारा है” आजादी को भारत ने कितने बलिदान दिये होंगे कुछ लिखें गए इतिहास में लेकिन कुछ गुमनाम रहें होंगे जो प्राण गवाँ निज वसुंधरा पर, बने वीर बलिदानी थे इतिहास के... Hindi · कविता 2 917 Share Kumar Akhilesh 26 Oct 2017 · 2 min read “लांघ कर अब तो आना होगा, कागज की दीवारों को” जंग नहीं हम लगने देगे, भारत की तलवारो को लांघ कर अब तो आना होगा, कागज की दीवारों को जो देखेगा स्वप्न यहाँ वो अपनी जिम्मेदारी पर मौन बना इल्जाम... Hindi · कविता 2 635 Share Kumar Akhilesh 18 Oct 2017 · 1 min read “मैं वही आकाश हूँ” आह्वान हूँ मैं कर्म का, मैं धर्म का आगाज हूँ हैं अनन्त ऊचाँई जिसकी, मैं वही आकाश हूँ। घोट दी आवाज मेरी, दौर वो कोई ओर था। आजमाने मैं चली... Hindi · कविता 2 2 877 Share Kumar Akhilesh 1 Oct 2017 · 1 min read “मौन व्रत की जगह नहीं हैं, कवियों के संस्कारों में” क्या लिख दूँ ऐ भारत मैं, तस्वीर तेरी अल्फाजों में भूखे नंगे लोग मिलेगें हर कोने गलियारों में सारी दुनिया मौन रहे पर हमकों तो कहना होगा मौन व्रत की... Hindi · कविता 2 2k Share