Jitendra Anand Tag: ग़ज़ल/गीतिका 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Jitendra Anand 14 Oct 2016 · 1 min read फूल - सी कोमल गुलाबी ताज़गी ले आइए ( ग़ज़ल) पोस्ट १९ ग़ज़ल ::: फूल - सी कोमल गुलाबी ताज़गी ले आइए जोड़ दे जो दो दिलों को सादगी ले आइए तब कहेंगे मत मिटो अपने वतन पे दोस्तों जो यहॉ आकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 482 Share Jitendra Anand 14 Oct 2016 · 1 min read समर्पण:::: जो कलमकार पीते रहे हैं गरल ( ग़ज़ल) पोस्ट १८ समर्पण ::: ग़ज़ल जो कलमकार पीते रहे हैं गरल है समर्पित उन्हीं को सुमन ये कमल राह तकते रहे आज तक जो चरण उनके छालों का रिसना हुआ है सफल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 383 Share Jitendra Anand 26 Oct 2016 · 1 min read सुंदर हो सपने कैसे साकार लिखो :: जितेन्द्र कमल आनंद ( पोस्ट ११८) गीतिका ----------- सपने हो कैसे साकार लिखो । स्वर्णिम हो शुभकर कैसे संसार लिखो। दुल्हिन को लज्जा हो सोने का गहना साजन की बाँहों का भी उपहार लिखो । सदा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 264 Share Jitendra Anand 26 Oct 2016 · 1 min read उड़ चला हंस फिर विश्वास पा कर": जितेन्द्र कमल आनंद ( पोस्ट११९) गीतिका ******** रश्मियों ने सूर्य जब से वर लिए हैं तामसिक संताप तप से हर लिए हैं उड़ चला मन हंस फिर विश्वास पा कर कल्पना ने पंख नूतन धर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 250 Share Jitendra Anand 14 Oct 2016 · 1 min read गीतिका : प्रभु की चाहत से यह चंदन जैसा मन हो जायेगा ( पोस्ट २०) गीतिका :: प्रभु की चाहत से यह चंदन जैसा मन हो जायेगा प्रभु की चाहत से यह चंदन जैसा मन हो जायेगा जितना चाहो उतना खर्चो ऐसा धन हो जायेगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 237 Share Jitendra Anand 10 Nov 2016 · 1 min read फिर एक ग़ज़ल --- जितेंद्रकमलआनंद ( पोस्ट १४०) गॉव के पोखर में खिल उठे कमल सॉसों में पल गई फिर एक ग़ज़ल विहंगों का कलरव गिरता तुषार पत्तों पे ढल गई फिर एक ग़ज़ल वट तले मंदिर में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 215 Share