Hemant Jain 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Hemant Jain 12 Feb 2017 · 1 min read बेटी पढ़ेगी, चाँद छुएगी,,,, बेटी पढ़ेगी, चाँद छुएगी,,,, माँ ! भय, आशंका के बीच, अपनी बिटिया की स्कूल से लौटने की राह तकती है,, वह रोज अखवार देखती है, ख़बरें पढ़ने से डरती है,... Hindi · कविता 1 1 596 Share Hemant Jain 12 Feb 2017 · 1 min read ।। बेटी ।। बेटी,,, आंसु नहीं वह मोतियों की लड़ी है, आंगन में जिनके, बेटी खड़ी है,, हँसी से उसकी, घर दमकता है जैसे, हीरे की कनी, सोने में जड़ी है,, सिर को... Hindi · कविता 318 Share