Himanshu Uikey 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Himanshu Uikey 11 Sep 2017 · 1 min read नए वर्ष का उद्गम पँख लगे हैं मुझमें देखो, मैं आसमान में उड़ जाऊँगा। इस नए वर्ष के अद्गम को मैं अपना शीश झुकाऊँगा। जल की धारा की तरह, मन को मैं सरल बनाऊँगा।... Hindi · कविता 1 2 728 Share