हरवंश हृदय 57 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 हरवंश हृदय 13 Apr 2018 · 1 min read माँ गिरते ही धरा पर, झट उठाती है माँ छिपा आँचल में सीने से लगाती है माँ बाहों के झूले में झुलाती है माँ थाम उंगली पग-पग चलाती है माँ गिरकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 707 Share हरवंश हृदय 11 Apr 2018 · 1 min read अभी बाकी है ... गुजर गई है रात पर खुमार अभी बाकी है मिट गए निशान-ए-ज़ख्म, दर्द यार अभी बाकी है मत सोच लेना अब जंग में खामोश बैठूंगा कुछ कर गुजरने का दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 838 Share हरवंश हृदय 10 Apr 2018 · 1 min read आदमी आदमी को आदमी से हैं खतरे बहुत आदमी की हर चाल पे सम्भल जाता है - आदमी फुरसत नहीं किसी को किसी से बात करने की बहुत कम नज़र आजकल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 676 Share हरवंश हृदय 7 Apr 2018 · 1 min read नहीं सीखा मानव तन पाकर भी तुमने गर पर उपकार नहीं सीखा स्वयं सृजित स्वप्नों को यदि करना साकार नहीं सीखा व्यर्थ तेरा वैभव सुन ले , धिक्कार तेरा पौरुष बल है... Hindi · HARVANSH · मुक्तक · हरवंश हृदय 1 600 Share हरवंश हृदय 7 Apr 2018 · 1 min read मैं मैदान ए शायरी का एक प्यादा हूँ मैं, . इस महदूद सल्तनत का वजीर नहीं हूँ ग़ज़ल के नाम पे बस हाल ए दिल बयां करूँ, . मैं बद्र ,... Hindi · मुक्तक 2 545 Share हरवंश हृदय 7 Apr 2018 · 1 min read मानव को जीना होगा सुधा बीज बोने से पहले कालकूट पीना होगा पहिन मौत का मुकुट विश्वहित मानव को जीना होगा है रंगमंच यह विश्व धरा, अपना अभिनय करते हैं सब अभिनय बस अभिनय... Hindi · गीत 1 648 Share हरवंश हृदय 6 Apr 2018 · 1 min read साहिल मिलन का गीत है साहिल, प्रेम का साज है साहिल दिलों के तार जो छेड़े, वही आवाज है साहिल जुदाई और तनहाई तो अंजाम-ए-मोहब्बत हैं मचा देता है जो हलचल... Hindi · मुक्तक 2 1 371 Share Previous Page 2