Govind Kurmi Tag: कविता 34 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Govind Kurmi 27 May 2020 · 1 min read डरना कैसा ? इरादे नेक हैं ना ? तो डरना कैसा ? मुहब्बत की है ? तो मरना कैसा ? वादे कर लिए ना ? 7 जनमों वाले दिल से किये ? तो... Hindi · कविता 1 453 Share Govind Kurmi 14 May 2020 · 1 min read राज की बातें जख्मों को पर्दा किऐ एक लिबाज की बातें हैं मुहब्बत तो कल थी पर ये आज की बातें हैं अरे जाओ भाई इठलाते दिलों की समझ से परे बिखरे से... Hindi · कविता 2 480 Share Govind Kurmi 21 Mar 2020 · 1 min read वो गलियां मेरे गांव की जब सूखी बंजर आंखों मे़ं यादों की गघरी भर सी जाती है यारों के संग खेलने की फिर ख्वाहिशें संवर सी जाती हैं जब अकेले खाना खाने मे़ं क्षुधा उदर... Hindi · कविता 1 1 320 Share Govind Kurmi 21 Mar 2020 · 1 min read पेशा तो बिलकुल भी नहीं है तेरी वाह की भूख नहीं शायरी शौक है बस कोई पेशा तो बिलकुल भी नहीं है दर्द इश्क आंखें नम भी हैं पर कोई हुस्न को तरसी हो , ऐसा... Hindi · कविता 1 305 Share Govind Kurmi 5 Mar 2020 · 1 min read मे़ं आवारा नहीं मां चला जा रहा हूं पर कोई नजर ही नहीं आता बोलते तो सब हैं पर साथ कोई नहीं निभाता दुआऐं जो साथ तेरी मंजिलें पा जाउंगा जानता हूं आज रुका... Hindi · कविता 1 1 382 Share Govind Kurmi 23 Feb 2020 · 1 min read एक चाह दीदार तुम्हारा हो हर दिन . . . . पूरी एक चाह हमारी हो जो डगर तुम्हारे तक जाऐ . . . . वो अंतिम राह हमारी हो तेरे सारे... Hindi · कविता 3 403 Share Govind Kurmi 20 Feb 2020 · 1 min read शिव त्रिलोकीनाथ तुम त्रिकालदर्शी आनंद करुणा से तुम भरे हो तुम्ही हो पालक तुम्ही संचालक तुम्ही संहारक रूप धरे हो हो तीनों लोकों के एक स्वामी तीनों लोकों से तुम परे... Hindi · कविता 1 482 Share Govind Kurmi 16 Feb 2020 · 2 min read डर सा लगता है खामोशियां ही तो पहचान थी मेरी आजकल तो इन्हीं से डर सा लगता है सच कहूँ जान अब आपको खोने से डर सा लगता है बात बात पर लड़ना कभी... Hindi · कविता 1 555 Share Govind Kurmi 28 Sep 2019 · 1 min read कहां है ? भर सके मेरे जख्मों को ऐसा कोइ मरहम कहां है वो शर्माते है नखराते है कुछ इस तरह तड़पाते है मेरी ख्वाहिशों पर तरस खाये ऐसा रिवाज़ ए रहम कहां... Hindi · कविता 1 482 Share Govind Kurmi 25 Sep 2019 · 1 min read तुम ही हो मेरी धड़कन की आवाज तुम ही हो मेरी हर सांस का राज तुम ही हो धीरे धीरे पर एकदम ही जुदा बदलते जा रहे नये अंदाज तुम ही हो जबसे... Hindi · कविता 2 483 Share Govind Kurmi 15 Sep 2019 · 1 min read आशिकी कर बैठे हैं जख्म पे जख्म मिल रहे , पर जी कर बैठे हैं मुहब्बत के जहर को , पी कर बैठे हैं शिकायतें लाखों करनी हैं उनसे पर कहीं खो ना दूं... Hindi · कविता 1 534 Share Govind Kurmi 13 Sep 2019 · 1 min read दिल टूट गया पागल बाबू जान कहने वाले कुछ महीनों से सीने में रहने वाले आज दूर हमसे जा चुके है नजरें मिला पा नहीं रहे कहते वो हमें भुला चुके है वादे... Hindi · कविता 2 2 291 Share Govind Kurmi 22 May 2019 · 1 min read में बेरोजगार हूं ये दुनिया चोरों की बस्ती है हर नजर यहां पर डसती है हर कदम हमारा रोका है हर हार पर मेरी हंसती है सब कहते है में बेकार हूं पड़... Hindi · कविता 1 497 Share Govind Kurmi 2 Jun 2017 · 1 min read क्यों दर्द अकेले ढोते हैं मदहोशी में बिखरकर चांदनी खिलती है जब कोई रोशनी शम्मा से जलती है जब हकीकत सामने चलती है जब नियती से शामें ढलती है जब जान किसी बिन मचलती है... Hindi · कविता 1 358 Share Govind Kurmi 13 Apr 2017 · 1 min read क्यों इश्क हुआ हमको जो भूल चुके हमको हम याद करें उनको क्या सोच रहा ये दिल क्यों तड़पाये खुदको ????????? क्यों इश्क में ये जलता क्यों सूरज सा ढलता दिल ठोकर खा भी... Hindi · कविता 1 440 Share Govind Kurmi 9 Apr 2017 · 1 min read मुलाकात ऐसी हो खिली चांदनी हो खुला आसमां हो मिले हमतुम ऐसे की बेसुध जहां हो ?????????? ?????????? रंगी फिजायें और चंचल हवायें हमे देखकर छुपके गुल मुस्कुरायें ?????????? मुस्कुराहट इशारों में नैनों... Hindi · कविता 1 443 Share Govind Kurmi 14 Mar 2017 · 1 min read बेबस दिवाने ????????? मुहब्बत ही तो जालिम है कहे किस से बता यारा ????????? हमारे इश्क का दुश्मन बना बैठा है जग सारा ????????? तुम्हारी याद में दीपक जलाये गुनगुनाते हम ?????????... Hindi · कविता 753 Share Govind Kurmi 14 Mar 2017 · 1 min read मोदी एक आंधी है राहुल गांधी सोनिया गांधी से :- मोदी एक आंधी है कि बच पाना ही मुस्किल है कांग्रेस मुक्त नाकर छोड़े अकेला ही तो काबिल है प्रियंका कह रही थी कल... Hindi · कविता 530 Share Govind Kurmi 6 Feb 2017 · 1 min read आरक्षण जबतक आरक्षण भारी है,छुआछूत भी जारी है जागो नींद से मित्रों बगावत की ये बारी है किस हक को वो खोज रहे, कबतक कुत्तों की मौज रहे ऐसा ना हो... Hindi · कविता 1 539 Share Govind Kurmi 27 Jan 2017 · 1 min read मुहब्बत कहां है हर जुबां पे जिसके चर्चे वो शोहबत कहां है एक बात बता हमको की ये मुहब्बत कहां है हर दर्द में हर प्यास में हर अपने में हर खास में... Hindi · कविता 488 Share Govind Kurmi 25 Jan 2017 · 1 min read भारत ही हर ओर है शोर है हां शोर है हर जगह यह शोर है हर दिशा हर जगह हर मुल्क में हर ओर है सिर्फ भारत सिर्फ भारत भारत का ही जोर है बाग... Hindi · कविता 887 Share Govind Kurmi 16 Jan 2017 · 1 min read यादों का सफर सजदे तेरे प्यार के मैंने जो थे किये उनको दुहरा रहा नैना अश्क लिये बस एक तेरी आरज़ू इस दिल में रही तू मिल जा तो जमाने के दर्द सही... Hindi · कविता 590 Share Govind Kurmi 14 Jan 2017 · 1 min read दर्द बेटियों का हर्षित था परिवार सबको था किसी का इंतजार कोई बेटे कोई भतीजे तो कोई पोते को था बेकरार कुछ पल में बो आई बारी घरभर में गूंजी किलकारी लगा शायद... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 975 Share Govind Kurmi 27 Dec 2016 · 2 min read दो पल की मौत एक ठोकर सी लगी दिल में सांसें ही थम गईं । झटका था इस कदर की रूह तक सहम गई । चारों ओर सन्नाटा था हर ओर अंधेरा था ।... Hindi · कविता 699 Share Govind Kurmi 24 Dec 2016 · 1 min read मुहब्बत की बारिश जिस बारिश के लिये हम कब से तरस रहे हैं । मुहब्बत के वो बादल हर दिल पर बरस रहे हैं । घूम फिर कर हमारी नजरें जिन पर अटक... Hindi · कविता 461 Share Govind Kurmi 22 Dec 2016 · 1 min read हम लव कुश की सन्तान है हां जी हमे़ं अभीमान हैं । गर्व से कहते हैं हम लव कुश की सन्तान हैं । बहुतायत में होकर भी एकता जिनकी पहचान है । टुकड़ों को भारत बनाया... Hindi · कविता 597 Share Govind Kurmi 21 Dec 2016 · 1 min read कहीं इश्क ना हो जाये नैनो से कह दो कहीं अश्क ना हो जाये । गलती से परदेशी से इश्क ना हो जाये । हमारी एक झलक की खातिर तू बेकरार ना हो जाये ।... Hindi · कविता 417 Share Govind Kurmi 20 Dec 2016 · 1 min read ए. टी. एम. को राम किया यूपी जीतने की खातिर तूने ये कैसा काम किया । अच्छे दिन का वादा करके गरीबों का चैन हराम किया । तेरे झूठे जुमलों में आकर हमने था तुमको सलाम... Hindi · कविता 2 335 Share Govind Kurmi 16 Dec 2016 · 1 min read धीरे-धीरे तुझको भी प्यार हो जायेगा देखकर मुझको तेरा दिल खो जायेगा । धीरे-धीरे तुझको भी प्यार हो जायेगा । तेरी रातों में भी मैं ख्वाबों में भी आऊंगा । ना नींद आयेगी तुझको हरपल मैं... Hindi · कविता 2 613 Share Govind Kurmi 13 Dec 2016 · 1 min read भाई उसकी आंखों में हमें अपना ही अक्श नजर आता है । जब कोई ना हो साथ देने वाला तब वो शख्स नजर आता है । कहने को तो सिर्फ उन्हें... Hindi · कविता 1 443 Share Govind Kurmi 10 Dec 2016 · 2 min read शिवराज नमो नमो की दौड़ में भूले सब चौहान । मामा बनकर दिया सहारा किया गरीब का मान । म. प्र. की सत्ता में जब आऐ श्री चौहान । विश्व पटल... Hindi · कविता 373 Share Govind Kurmi 7 Dec 2016 · 1 min read तुम ही हो मेरी तन्हाइयों का राज तुम हो । मेरा कल तुम हो मेरा आज तुम हो। जब जब तुझको ढूंढा, पाया अपने दिल में । जालिम दुनिया ने मिलने ना दिया... Hindi · कविता 1 451 Share Govind Kurmi 1 Dec 2016 · 1 min read यादें काॅच की सी गुड़िया जिसकी बात कर रहा हूँ । बहुत सताती थी जिसको में याद कर रहा हूँ । वो भी क्या दिन थे, जब वो साथ रहा करती... Hindi · कविता 2 877 Share Govind Kurmi 22 Nov 2016 · 1 min read दीदार अधुरा था हूश्न के द्वार पर देखा, हूश्न जुल्फों में उलझा था! मिला दिल को सुकूं कि, ऐसा हमने नजारा देखा था! उसकी भीगी जुल्फों में, आंखें ठहरी दिल खोया था! हम... Hindi · कविता 3 643 Share