Dushyant Kumar Patel Language: Hindi 133 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dushyant Kumar Patel 15 Jul 2016 · 2 min read प्यार की कसम//गीत// प्यार की कसम आ जा लौट के सनम खज़ा आ गई हैं ज़िंदगी में तेरा जाने से वों सनम ….. लगता नहीं दिल कहीं अब तो मौसम भी मुझसे खफा... Hindi · गीत 2 598 Share Dushyant Kumar Patel 28 Jan 2024 · 1 min read तुम मैं पथिक बेखबर राहों की, आशा की हो नव ऊषा तुम l यूं रोक कदम देखता रहूं, सुरमई व मोहक संध्या तुम l मैं जेठ झुलसता मरुथल सा, झुरमुट दरख्तों... Hindi · Kavita · कविता 2 79 Share Dushyant Kumar Patel 9 Jul 2016 · 1 min read हे कमलनाथ, हे आनंदसागर हे कमलनाथ, हे आनंदसागर हे नंदलाला , हे बनवारी करू आरती मन श्रध्दा से तेरी लीला सबसे न्यारी मिलती है शांति तेरी चरणों में आजा भगवन मेरी गलियों में मिटा... Hindi · कविता 1 480 Share Dushyant Kumar Patel 10 Aug 2016 · 1 min read तुम्हारे बिन जीना है //गीत तुम्हारे बिन जीना है पल-पल मुश्किल बस तुम्हीं पे फीदा है मेरा दिल तस्वीर बन बसी हो निगाहों में तुम वो जानाँ मेरे हर साँसो में तुम तू तकदीर है,तू... Hindi · गीत 1 1 441 Share Dushyant Kumar Patel 2 Sep 2016 · 1 min read ऐसी रचना हो जिसे पढ़कर मन कुंदन हो, अटुट बंधन हो, सारा जीवन धन्य हो, ऐसी रचना हो …… जिसमें प्रेरणा, उत्साह, साहस, करुणा, प्रेम, धैर्य, आशा, विश्वास, ईमानदारी, कड़वी सच्चाई, अनंत खुशियां... Hindi · कविता 1 1 499 Share Dushyant Kumar Patel 7 Sep 2016 · 1 min read वो दिन लड़कपन के प्रतिबिम्ब सा मन पटल में वो दिन लड़कपन के रमणीय है स्वर्निम है बीते बचपन के पल सावन के झूलें मनभावन खोया-खोया मन जादूई दुनिया, सपनों में कही चंदा मामा... Hindi · कविता 1 351 Share Dushyant Kumar Patel 24 Jun 2017 · 1 min read *तुम चन्द्रमुखी* चन्द्रसुशोभित हे प्रिय तेरा मुख मन्ड़ल मनवां कुन्दन मधुबन काया है संदल है मृगलोचन अलके रेशम श्यामल सी कोयल सी मीठी बातें औ' मलयाचल कोंपल सा नव यौवन तुम हो... Hindi · कविता 1 624 Share Dushyant Kumar Patel 24 Jun 2017 · 1 min read जब वो चलती है देख उसे सूरज छुप जाता है, सावन घिर-घिर आता है, राहों के फूल हँसते है, बसंती पवन ठहर जाती है l वो जब भीगी-भीगी जुल्फें झटकती है, तब जमीं पर... Hindi · कविता 1 1 653 Share Dushyant Kumar Patel 13 Nov 2017 · 1 min read आरजूं दिल कि तरही गज़ल 2122 1212 22 फैसला है यहीं दीवाने का l शहर से गाँव लौट आने का ll सामने है चुनाव फ़िर कोई l *बख्त जागा गरीबखाने का* ll साजिशे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 386 Share Dushyant Kumar Patel 13 Nov 2017 · 1 min read प्रिया बावरी *कविता* हो राधा मीरा की जैसी,तुम कान्हा की दीवानी l है चल चितवन है चन्द्रवदन, तुम अलबेली मस्तानी ll हो तितली सी पग है नलिनी,हो इन्दु जमीं की रानी l... Hindi · कविता 1 1 868 Share Dushyant Kumar Patel 31 Oct 2023 · 1 min read सुनोगे तो बताएंगे (ग़ज़ल) सुनोगे तो बताएंगे वफा कर क्या कमाए हैं ? गमेदिल और अश्कों के सिवा कुछ भी न पाए हैं l तुम्हें पाने के लिए तरकीब ये भी आज़माए हैं, कई... Hindi · ग़ज़ल 1 126 Share Dushyant Kumar Patel 23 Mar 2023 · 1 min read *मैं प्रतीक्षा में* (अतुकांत कविता) स्वर्णिम सुबह होते ही कब चुनमुन चिड़ियाँ चूँ-चूँ कर, मधुर कलरव कर कानों में पंचम संगीत घोल मुझे नींद से जगाएगी "मैं प्रतीक्षा में" कब संध्या बेला में कोयल कू-कू... Hindi 98 Share Dushyant Kumar Patel 23 Mar 2023 · 1 min read कहने को बाते बहुत जान मेरी कहने को बाते बहुत जान मेरी, कोई शाम घड़ी मिलने आओं तो | चाहत की प्रेम बदरिया बरसा कर, मेरे तन मन को भीगा जाओं तो | होंठो में गीत... Hindi 186 Share Dushyant Kumar Patel 20 Jun 2023 · 1 min read बेवजह मुस्कुरा लो तुम चुपके से दर्या ए अश्क छुपा लो वजह नहीं मिलती बेवजह मुस्कुरा लो इसी बहाने निहार लेना मुझको भी मेरी इन आंखों को आईना बना लो हो जाओगे बरबाद... Hindi · ग़ज़ल 184 Share Dushyant Kumar Patel 9 Jul 2023 · 1 min read मुंतिजर में (ग़ज़ल) इस चमन में प्यार की आबोहवा कब आएगी मुंतिजर में है सुकूं वाली निशा कब आएगी ये शरारत भाव खाना माना अच्छी हैं मगर तितलियों सी यूं हसीं नाजों अदा... Hindi · ग़ज़ल 143 Share Dushyant Kumar Patel 23 Jul 2023 · 1 min read *कुछ अनुभूतियाँ* [1] अपने अपनों में भेद यहां, पर ना किंचित खेद किसी को l खुद के घर में आग लगी है, पर ना आए वेद किसी को ll [2] उजड़ा है... Hindi · कविता 171 Share Dushyant Kumar Patel 13 Aug 2023 · 1 min read मुलाकात (ग़ज़ल) आंखों में मुलाकात की तिश्नगी हमें अच्छी लगी जो तेरे दिल में है दिल्लगी हमें अच्छी लगी झुकी झुकी ये पलके और हयापन चेहरे पे मेरे हमदम तेरी सादगी हमें... Hindi · ग़ज़ल 281 Share Dushyant Kumar Patel 19 Aug 2023 · 1 min read *चंद माहिया* (पंजाबी विधा) 1 राह निहारे नैनन तुम कब आओगे सूना है घर आंगन 2 यूं लहरा के आंचल सौंधी मुस्काके तू न कर मुझे पागल 3 तुम भी हद करते हो गैर... Hindi · कविता · माहिया 100 Share Dushyant Kumar Patel 27 Aug 2023 · 1 min read आशिकी (ग़ज़ल) यार की जिंदगी में कमी रह गई नाम के बस यहां दोस्ती रह गई बज़्म तो हुस्न वालों ने यूं लूट ली और तनहा तेरी सादगी रह गई खो गई... Hindi · ग़ज़ल 326 Share Dushyant Kumar Patel 27 Aug 2023 · 1 min read आशिकी दरकार है (ग़ज़ल) दिल तुम्हें जब आशिकी दरकार है राह फिर क्यों मखमली दरकार है जिंदगी है आजकल हमसे खफा उसको थोड़ी दिल्लगी दरकार है शोर तन्हाई का रब्बा हर तरफ़ जिंदगी को... Hindi · ग़ज़ल 372 Share Dushyant Kumar Patel 27 Aug 2023 · 1 min read अभिनय कब तक बदलता रहूं गिरगिट की तरह रंग एक चेहरा पे कई के चेहरे कब तक छुपता फिरूं शीशे की तरह टूट कर होठों पे झूठी मुस्कान लिए कब तक... Hindi · कविता 204 Share Dushyant Kumar Patel 10 Sep 2023 · 1 min read अगर है इश्क तो (ग़ज़ल) हमें खुद को नहीं इतना सताना चाहिए था गमेंदिल मुस्कुरा कर भूल जाना चाहिए था अगर है इश्क तो खुलके जताना चाहिए था जो जलते हैं उन्हें यारों जलाना चाहिए... Hindi · ग़ज़ल 78 Share Dushyant Kumar Patel 16 Sep 2023 · 1 min read शिमला की शाम अनकही बातों को बयां करते करते कभी ऊंचे पहाड़ की वादियों को तो कभी एक दूसरे को देखते देखते कुल्हड़ वाली चाय पी रहें थे बयां कर रहे थे मौसम... Hindi · Kavita Kosh · कविता 175 Share Dushyant Kumar Patel 24 Sep 2023 · 1 min read हाइकु 1 कोयल कूके कुसुमाकर आया तुम न आए 2 सुबह बेला ये सावन के झूले हम तुम है 3 मैं पतझड़ तुम बसंत प्रिये स्वागत तेरा 4 पाखी यादों की... Hindi · Haiku · Kavita · हाइकु 65 Share Dushyant Kumar Patel 8 Oct 2023 · 1 min read शोखी इश्क (ग़ज़ल) वो शोखी इश्क को हम इस तरह से आजमाते हैं कभी नखरे दिखाते हैं, कभी उनको सताते हैं हमारी तो ये आदत है,नज़ाकत है ,शरारत है मुहब्बत यूं समझना मत... Hindi · ग़ज़ल 122 Share Dushyant Kumar Patel 31 Oct 2023 · 1 min read दिल दीवाना हो जाए (भाग-१) जब कोई मधुबाला की, गजरा महक- महक जाए l जब फूलों के उपवन में, कोई तितली इतराए l तन मन सुरभित हो जाए, दिल दीवाना हो जाए l जब पायल... Hindi · Kavita · कविता 64 Share Dushyant Kumar Patel 31 Oct 2023 · 1 min read दिल दीवाना हो जाए (भाग-२) जब ग्वाला मधुर तान में, अपने बांसुरी बजाए l पाखी भी घर को लौटे, जब ढलती शाम बुलाए l मन आवारा हो जाए, दिल दीवाना हो जाए l जब जादू... Hindi · Kavita · कविता 123 Share Dushyant Kumar Patel 9 Jan 2024 · 1 min read *वो न भूली होगी* बेशक प्यार भुला दी होगी पर मुड़ कर देखना का अंदाज़ बाते करते करते हल्का सा मुस्कुराना मेरा वो ना भूली होगी l पहला खत, पहली मुलाकात जुल्फों से खेलने... Hindi · Best Poem · Kavita · Poem · कविता 88 Share Dushyant Kumar Patel 17 Jan 2024 · 1 min read ब निगाहें करम मुस्कुरा दो तुम(नज़्म) ब निगाहें इताब तुम न देखा करो हमको ऐसे, ब निगाहें करम मुस्कुरा दो तुम जरा एक बार l निगाहें शौक से देख लेंगे मोतियों का बिखरना, ये भीगी जुल्फें... Hindi · Kavita · कविता · नज़म 104 Share Dushyant Kumar Patel 14 Mar 2024 · 1 min read बेमतलब के घोर सोशल मीडिया के दौर में भी अब कोई नहीं भेजते हैं बेमतलब के हाय, गुड मॉर्निंग, गुड इवनिंग डिजिटल हार्ट, डिजिटल गुलाब ढोंग रहीसी के थोड़े थोड़े सब में... Hindi · Hindi Kavita · कविता 39 Share Dushyant Kumar Patel 24 Mar 2024 · 1 min read तुम आना ( भाग -२) आ गए सरस फागुन के दिन, इस बरस माधुरी तुम आना l ये मन उलझा है धागों सा, आकर तुम इनको सुलझाना l अमराई के कोयल बन के, सांझ- सँवेरे... Hindi · Kavita · कविता 25 Share Dushyant Kumar Patel 24 Mar 2024 · 1 min read तुम आना उर में नव वसंत प्रीत लिए फागुन के पलाश रंग लिए नदी किनारे अमराई पे खुशरंग औ रासरंग लिए अंतर वीणा तुम्हें पुकारे इक आशा तुम नई जगाना धानी चुनर... Hindi · Kavita · कविता 40 Share Dushyant Kumar Patel 28 Jun 2016 · 1 min read हो जीवन मधुमास नभ के नवरंग जैसा ज़िंदगी हो सुनहरी खुशियों की बौछारे हो हर सांझ सवेरा स्वप्नों सा स्वर्निम ज़िंदगी,हो चाँदनी निशा तेरी धानी चुनरियाँ खुशियों का है बसेरा रहे विमल मन,... Hindi · कविता 280 Share Dushyant Kumar Patel 28 Jun 2016 · 1 min read खामोश है ज़िंदगी खामोश है ज़िंदगी ग़म का तूफ़ान है | यादों से हलचल मन का आसमान है | चाहत की निशाँ मिटायी नहीं है मैंने | तेरे जाने से फ़िर भी ज़िंदगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 266 Share Dushyant Kumar Patel 29 Jun 2016 · 1 min read मधुर मिलन शाम रूमानी मौसम है कोई प्रिया को पयाम दे आये बैठे है राहगुजर में इंतिजार करते वो दौड़ती हुई सज-धझ के पास आये जुल्फ लहराए हँवा में उनकी चुनर भी... Hindi · कविता 753 Share Dushyant Kumar Patel 29 Jun 2016 · 1 min read तुम्हें पाना मंज़िल अगर है सूना डगर है , लम्बा सफर है चल राही तुझे किसका डर है छोड़ दुनिया की मोह -माया तुम्हें पाना मंज़िल अगर है चलते रह चलते रह थकना नहीं तू... Hindi · गीत 359 Share Dushyant Kumar Patel 30 Jun 2016 · 1 min read कश्मीर हैं हिन्दुस्तान का कश्मीर हैं हिन्दुस्तान का हैं प्रतीक आन बान शान का जो देखे बुरी नजर से उठाओ तलवार भारत माँ के सपूतों कर दो अलग सर को धड़ से ! भले... Hindi · कविता 550 Share Dushyant Kumar Patel 30 Jun 2016 · 1 min read युवा शक्ति तुमपे है आस युवा शक्ति तुमपे है आस मन में ला नयी उमंग और अटूट नया विश्वास न बैठे रह गुमशुम युवा शक्ति तुमपे है आस भूल जा अतीत निराश दिन सुनहरे अक्षरों... Hindi · कविता 1 1k Share Dushyant Kumar Patel 1 Jul 2016 · 1 min read वक़्त आ गया है ब्रह्मांड सा विस्तार हो रहा हैं हर दिन इंसान का सोच, मानव का जीवन कहीं ऐसा तो नही इस विज्ञान युग में हम धरती को हि भुल तो नही रहे... Hindi · कविता 509 Share Dushyant Kumar Patel 1 Jul 2016 · 1 min read ऐसी मेरी बहना वो सुबह-शाम घर की जलती दीया रौशन कर रहा घर को मेरी बहना“सिया” नजाकत से सम्भाली है रिश्तों को टूटने से कभी उसने रिश्तों में दरार न पड़ने दिया नयी-नयी... Hindi · कविता 1k Share Dushyant Kumar Patel 1 Jul 2016 · 1 min read पतझड़ है ज़िंदगी वो छोड़ा है शहर जबसे पतझड़ है ज़िंदगी भीगी-भीगी सी आंखे है पतझड़ है ज़िंदगी बसर करे कहाँ ढह गया है आशियाना खो गई है खुशियाँ कहाँ पतझड़ है ज़िंदगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 836 Share Dushyant Kumar Patel 2 Jul 2016 · 1 min read एक ऐसा था इंसान वो दुनियाँ के गम ले रहा था बाँट रहा था खुशियोँ के पल वो हंस रहा था गम ले के पथ से हटा रहा था काँटा और बिछा रहे थे... Hindi · कविता 358 Share Dushyant Kumar Patel 2 Jul 2016 · 1 min read वक़्त के साथ चले खुला आंसमा में आज़ाद उड़े आओ हम अपना तक़दीर लिखे चले गए बचपन के दिन यारो आओ कुछ कर दिखाने को ठाने वक़्त के साथ चले ……….. युवा शक्ति हम... Hindi · कविता 480 Share Dushyant Kumar Patel 2 Jul 2016 · 1 min read तुझे रब मानता हूँ तेरी हर असलियत जानता हूँ, फिर भी तुझे रब मानता हूँ. भूल जाता हूँ खुद को भले ही, मगर तेरा चेहरा पहचानता हूँ. बेशक तुमपे न होगी कोई असर, फिर... Hindi · कविता 554 Share Dushyant Kumar Patel 3 Jul 2016 · 1 min read सुंदर बेला //हाइकु सुंदर बेला बसंत उत्सव में कोयल कूकी !! [2] नदी किनारे एक छोटा सा गाँव है स्वर्ग जैसी !! [3] स्वर्ग कश्मीर हिंद की पहचान हिंद की आन !! [4]... Hindi · हाइकु 269 Share Dushyant Kumar Patel 3 Jul 2016 · 1 min read आज भी यहाँ //हाइकु ये हिन्दुस्तान सोने की चिडियाँ हैं आज भी यहाँ !! 1 मेहनत से भाग्य लिखे हैं हम तुम भी लिखो !! 2 टूटते तारे देख क्या माँगे होंगे लालसी लोग... Hindi · हाइकु 401 Share Dushyant Kumar Patel 3 Jul 2016 · 1 min read तुम बसंत //हाइकु सपने मेरी [1] सपने मेरी ज़िन्दगी फुलवारी तुम बसंत !! [2] पिया न आये पनघट किनारे नैन निहाँरे !! [3] सावन घटा बरसे रिमझिम पिया भी साथ !! [4] हमराही... Hindi · हाइकु 460 Share Dushyant Kumar Patel 4 Jul 2016 · 2 min read ऐसा है आज का भारत बाबा ,नेता सब ने यहाँ ज़ुल्म और भ्रष्टाचार करके पा ली है ऊँची सोहरत ऐसा है आज का भारत .. तैयार है काले व्यापर करने को सबको यहाँ पैसे की... Hindi · कविता 335 Share Dushyant Kumar Patel 4 Jul 2016 · 1 min read आ वापस इस शहर को ढूंढ़ता रहता हूँ तुझे ख्यालो में तेरे इक झलक पाने को यार जाने के बाद तेरे दोस्त बनाया हूँ मयखाने को सपने तेरे सजाने के लिए ठुकराया था रस्मो-रिवाजो को... Hindi · कविता 525 Share Dushyant Kumar Patel 4 Jul 2016 · 1 min read मेरे साजन तू जल्दी आ तू कहाँ है पास आ, उजड़ी दुनिया को मेरे बसा. इस तड़पती हुई ज़िन्दगी को, तू न दे और सजा. सुन दिल की आवाज़, कही भी है लौट आ …….... Hindi · कविता 450 Share Page 1 Next