डाॅ. बिपिन पाण्डेय Tag: गीतिका 42 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 डाॅ. बिपिन पाण्डेय 6 Jan 2019 · 1 min read गीतिका समरांगन सा है यह जीवन ,करो इसे स्वीकार। कभी विजय का वरण यहाँ है,और कभी है हार।।1 माता-पिता सोचते बैठे,हुए आज कंगाल, बँटवारे में खड़ी हुई जब,आँगन में दीवार।।2 सदाचार... Hindi · गीतिका 307 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 29 Dec 2018 · 1 min read गीतिका ढोंग कपट को पूज्य बनाते ,मैंने अनुचर देखे हैं। बिना किए विषपान बने जो, ऐसे शंकर देखे हैं।।1 निद्रा से साधन का नाता,जो कहता वह झूठा है, सलवट वाले रंग-... Hindi · गीतिका 1 325 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 16 Dec 2018 · 1 min read गीतिका मिला है कोष जो प्रभु से लुटाना भूल मत जाना। किसी रोते हुए को तुम हँसाना भूल मत जाना।।1 बड़े अनमोल होते हैं ,सभी संबंध दुनिया में, कोई यदि रूठ... Hindi · गीतिका 905 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 29 Nov 2018 · 1 min read गीतिका (आधार छंद-मंगलवत्थू) कहता है संसार, चुनौती दे डालो। कभी न मानो हार,चुनौती दे डालो।।1 बनो स्वयं में सुदृढ़,त्याग दो दुर्बलता, जाना है उस पार ,चुनौती दे डालो।।2 यदि सत्ता का... Hindi · गीतिका 1 1 611 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 28 Nov 2018 · 1 min read गीतिका गीतिका (आधार छंद- मंगलवत्थू) ऐसा हुआ कमाल,चुनावी मौसम में । बदली सबकी चाल,चुनावी मौसम में।।1 खींचें नेता टाँग ,मढ़ें आरोप सभी , बहुत बुरा है हाल,चुनावी मौसम में ।।2 करता... Hindi · गीतिका 2 1 565 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 12 Aug 2018 · 1 min read गीतिका आधार छंद- विधाता मापनी- 1222, 1222, 1222, 1222 समांत- आर, पदांत- करना तुम। समय है कीमती इसको नहीं बेकार करना तुम। गवाँ पल व्यर्थ में जीवन नहीं लाचार करना तुम।।1... Hindi · गीतिका 602 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 24 Jun 2018 · 1 min read गीतिका आधार छंद- सिंधु समांत - अर , पदांत- नहीं है मापनी- 1222, 1222, 122 किसी का देश ये अनुचर नहीं है। यही है बात हमको डर नहीं है।।1 करेंगे काम... Hindi · गीतिका 380 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 5 Jun 2018 · 1 min read गीतिका काव्य को अनुभूति का अध्याय लिखते रह गए। हर दुखी की पीर का व्यवसाय लिखते रह गए।।1 लोग आए निर्धनों की फूंक डाली झोपड़ी, और हम बैठे विवश बस न्याय... Hindi · गीतिका 565 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 25 May 2018 · 1 min read गीतिका आधार छंद- हरिगीतिका मापनी- 2212, 2212, 2212, 2212 समांत- आर, पदांत- कर सकता नहीं जो भाव भाषा शब्द पर अधिकार कर सकता नहीं। वह लेखनी को सोच से हथियार कर... Hindi · गीतिका 407 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 5 Jan 2018 · 1 min read गीतिका जीवन में हर रंग चाहिए। जीने का भी ढंग चाहिए।।1 तंग भले कपड़े हों लेकिन, नहीं नजरिया तंग चाहिए।।2 निर्मलता हो जिसकी खूबी, उर में ऐसी गंग चाहिए।।3 भोले बचपन... Hindi · गीतिका 375 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 5 Jan 2018 · 1 min read गीतिका जीवन में हर रंग चाहिए। जीने का भी ढंग चाहिए।।1 तंग भले कपड़े हों लेकिन, नहीं नजरिया तंग चाहिए।।2 निर्मलता हो जिसकी खूबी, उर में ऐसी गंग चाहिए।।3 भोले बचपन... Hindi · गीतिका 439 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Jul 2017 · 1 min read गीतिका मिला जब साथ प्रियतम का सँवरना आ गया हमको। कली से फूल बन करके महकना आ गया हमको।।1।। उदधि जग में चली लेकर बिना पतवार के नौका, लगी ठोकर जमाने... Hindi · गीतिका 384 Share Previous Page 2