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होली मुक्तक : मुझे चुमकार होली में ॥
डॉ. हीरालाल प्रजापति
मुक्त-ग़ज़ल : पूछना तुम तीन होली में ॥
डॉ. हीरालाल प्रजापति
*मुक्त-ग़ज़ल : दिल लगाने चल पड़ा हूँ मैं ॥
डॉ. हीरालाल प्रजापति
*मुक्त-ग़ज़ल : रावण भी रहता है मुझमें !!
डॉ. हीरालाल प्रजापति
*मुक्त-मुक्तक
डॉ. हीरालाल प्रजापति
*हाइकु-माला
डॉ. हीरालाल प्रजापति
गीत : प्रेम धुन में प्रीत लय में
डॉ. हीरालाल प्रजापति
गीत : तुम क्या जानो दुख पायल का ?
डॉ. हीरालाल प्रजापति