कुलदीप दहिया "मरजाणा दीप" 13 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कुलदीप दहिया "मरजाणा दीप" 8 Dec 2016 · 1 min read " यादों की धुंध " सनम तुम्हारी यादों की धुंध दिन-प्रतिदिन गहन होती जा रही है, क्योकिं तुमने अपनी यादों के चिराग़ बूझा डाले हैं ! मग़र मै आज भी उसी उजाले का भ्रम पाले... Hindi · कविता 1 23 1k Share कुलदीप दहिया "मरजाणा दीप" 2 May 2021 · 1 min read हालात राहें सूनी, गलियाँ सब वीरान हो गए हैं जिंदा लाशों से देखो अब इंसान हो गए हैं।। ***** खून से लथपथ हाथ,ज़मीर हैं मरे हुए ग़ौर से देखो दिल इनके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 582 Share कुलदीप दहिया "मरजाणा दीप" 10 May 2020 · 1 min read "नारी नहीं जहान हूँ हिंद की मैं शान हूँ" कविता :- शीर्षक "नारी नहीं जहान हूँ हिंद की मैं शान हूँ" ------------------------- झुका नहीं सके कोई वो प्रचंड आसमान हूँ, अस्मत मेरी पे जो ताकता उसके लिये हैवान हूँ,... Hindi · कविता 4 7 457 Share कुलदीप दहिया "मरजाणा दीप" 12 Sep 2020 · 1 min read ए ज़िन्दगी तू ही बता मुझको.... ए ज़िंदगी तू ही बता मुझको और कितने इम्तिहान बाक़ी हैं, ***** तेरे मयख़ाने में, मैं ही अकेला हूँ या और भी कई साक़ी हैं, ***** कुछ इस क़द्र पिला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 395 Share कुलदीप दहिया "मरजाणा दीप" 12 Feb 2021 · 1 min read "काश तुम समझ पाते" "काश तुम Hug कर पाते" ***** काश तुम समझ पाते उस बूढ़ी माँ की पीड़ा, उन आंखों में उमड़ते सैलाब को जो तरस गयी हैं ममत्व को, उसके आँचल में... Hindi · कविता 1 8 428 Share कुलदीप दहिया "मरजाणा दीप" 26 Feb 2021 · 2 min read "मुझे मेरा वो गाँव याद आता है" "मुझे मेरा वो गाँव याद आता है" बरगद की छाँव में बैठ के बूट्टे खाना, संग दोस्तों के वहाँ घंटों भर बतियाना, नहीं भुलाये भूलता वो गुजरा जमाना , माँ... Hindi · कविता 2 343 Share कुलदीप दहिया "मरजाणा दीप" 10 Feb 2021 · 1 min read "तुम लौट आओ" " तुम लौट आओ" वो सुर्ख़ ग़ुलाब जो थामा था तुमने हाथ में संग-संग चलने का किया वायदा था चाँदनी रात में वो कसमें , वो वायदे मुझको सब कुछ... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 36 367 Share कुलदीप दहिया "मरजाणा दीप" 8 May 2022 · 1 min read " ओ मेरी प्यारी माँ " शीर्षक :- " ओ मेरी प्यारी माँ " --------------- ओ मेरी प्यारी माँ...... तुम्ही तो हो वो सृष्टि रूपी तरुवर जिसकी कोमल कोंपलों पे राष्ट्र का निर्माण करने वाले नन्हे-2... Hindi · कविता 1 2 321 Share कुलदीप दहिया "मरजाणा दीप" 8 Mar 2021 · 1 min read "नारी" समर्पण का गहना ममत्व से भरा सँसार, ***** क़ायनात की खूबसूरत रचना आँचल में प्यार ही प्यार, ***** झील सी कोमल, शांत, गहरी आँगन में तुम्हीं से बहार, ***** निर्मल,परम्... Hindi · कविता 1 2 276 Share कुलदीप दहिया "मरजाणा दीप" 27 May 2021 · 1 min read अच्छे दिन जो कहते थे रब्ब के बंदे हैं हम क्यों आजकल वो स्वार्थ में अंधे हो रहे हैं।। ***** लाशों के ढ़ेर, वतन की आन बेचना देखो आजकल उनके बस ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 270 Share कुलदीप दहिया "मरजाणा दीप" 14 Feb 2021 · 1 min read "वैलेंटाइन याद रह गया उनको याद करेगा कौन" एक गुलाब उन शहीदों के नाम...... "वेलेंनटाइन याद रह गया उनको याद करेगा कौन.......! ख़ुद की हस्ती मिटाई जिसने सरहद पे जान गवाईं जिसने, हिना भी ना सुखी हाथों की... Hindi · कविता 1 8 258 Share कुलदीप दहिया "मरजाणा दीप" 22 May 2022 · 1 min read रिश्ते सिक्कों की खनक से बजाने लगे हैं लोग आजकल रिश्तों को आजमाने लगे हैं।। **** जिस्म की भूख से लबालब भर गए जब फिर तोहमत वो यारो लगाने लगे हैं।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 221 Share कुलदीप दहिया "मरजाणा दीप" 8 Mar 2022 · 1 min read "औरत हूँ, मैं नारी हूँ" औरत हूँ, मैं नारी हूँ............... आगाज़ हूँ अंजाम भी चट्टान सी मैं भारी भी, क़ायनात पूरी समा जाये है मुझमें इतनी ख़ुमारी भी। **** औरत हूँ, मैं नारी हूँ............ समर्पण... Hindi · कविता 181 Share