Shivkumar Bilagrami Tag: मुक्तक 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shivkumar Bilagrami 8 Aug 2021 · 1 min read हमदर्द हमदर्द कैसे-कैसे हमको सता रहे हैं कांटो की नोक से जो मरहम लगा रहे हैं मैं भी समझ रहा हूं मजबूरियों को उनकी दिल का नहीं है रिश्ता फिर भी... Hindi · मुक्तक 570 Share Shivkumar Bilagrami 6 Aug 2021 · 1 min read मुश्किल तेरी मुश्किल में मददगार यहां कोई नहीं सिवा तेरे तेरा ग़मख़्वार यहां कोई नहीं अपने ख़्वाबों के लिए ख़ुद को ही बाज़ार बना तेरे ख़्वाबों का ख़रीदार यहां कोई नहीं... Hindi · मुक्तक 1 232 Share