Bikash Baruah 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Bikash Baruah 23 Aug 2021 · 1 min read रक्षाबंधन बंधन है यह एक ऐसा बहनों के लिए भाई खड़े हैं चट्टान जैसा, आंच न आए कोई बहनें भयभीत न हो वचनबद्ध भाई हैं वैसा ; महज एक धागा नहीं... Hindi · कविता 2 429 Share Bikash Baruah 21 Aug 2021 · 1 min read नुमाइश नज़र जिधर-जिधर दौराऊं नुमाइश ही नुमाइश नज़र आया करता हैं, घर हो या बाजार मंदिर मस्जिद या मजार अब तो आलम यह है श्मशान या कब्रिस्तान भी नुमाइश केंद्र बन... Hindi · कविता 1 457 Share