jitendra pandre Tag: ग़ज़ल/गीतिका 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid jitendra pandre 1 Apr 2021 · 1 min read ज़ालिम हसीना.. यूँ अदाएँ ना बिखेर ये ज़ालिम हसीना... इस दिल में तेरा आशियाँ बन रहा है.... देखना यूँ साथ चलते चलते हम.... कहीं हमसफ़र ना बन जाएँ..... © बेनाम-लफ्ज़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 633 Share jitendra pandre 1 Apr 2021 · 1 min read गुमनाम शख्शियत... "मेरी खातिर, तू अपनी ख़ुशी कुर्बान ना कर, अपने लबों पे मेरा नाम यूँ लाया ना कर... तन्हा हूँ मैं, मुझे तू तन्हा ही रहने दे, यूँ मेरी यादों में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 805 Share