बदनाम बनारसी Tag: मुक्तक 21 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid बदनाम बनारसी 11 Jun 2023 · 1 min read समय - समय की बात है समय – समय की बात है। कभी मैं उनसे कभी वो मुझसे रूठ जाते हैं, वर्षों तक चलने वाले नाते यूँ एक पल में टूट जाते हैं, कभी उनसे मिलने... Poetry Writing Challenge · Writing Challenge · कविता · मुक्तक · समय 1 98 Share बदनाम बनारसी 8 Jun 2023 · 1 min read जुदाई कितना मुश्किल है ये तजरुबा करना, अपने दिल को दिल से जुदा करना । © बदनाम बनारसी Poetry Writing Challenge · जुदाई · मुक्तक 2 252 Share बदनाम बनारसी 16 May 2023 · 1 min read कृष्ण की तरह राधा के होकर तो देखो ज़िन्दगी को कुछ यूं भी जी कर तो देखो हर जख्म सिलता है, सी कर तो देखो, बहुत सुकुं मिलता है दिल को, एक बार जी भर के रो कर... Poetry Writing Challenge · Love · Prem Geet · Radhakrishn · कविता · मुक्तक 2 120 Share बदनाम बनारसी 14 May 2023 · 1 min read कुछ तो बात है उसमें कुछ तो बात है उसमें, वो जाने क्या कर गयी। था भरी महफिल में मैं अब तक वो इक पल में तन्हा कर गयी।। कौन है वो जो इस दिल... Poetry Writing Challenge · Poetry Poetrycommunity · Writing Challenge · कविता · मुक्तक · ये उन दिनों की बात है 2 104 Share बदनाम बनारसी 21 Dec 2021 · 1 min read खयालात बेअसर हो गए वो दर - बदर हो गए, वो बेकदर हो गए, चले थे थाम कर बाहें जिनकी, वो मुख़्तसर हो गए, नया दौर है, मंज़िल नई है, पुराने सारे खयालात अब... Hindi · मुक्तक 8 4 444 Share बदनाम बनारसी 11 Dec 2021 · 1 min read किसी और से करना इश्क, मुश्क, प्रेम और वफादारी की बात करते हैं, इस देश के कुछ नमक हराम गद्दारी की बात करते हैं, और जिनके अभी दूध के दांत भी नहीं टूटे, वो,... Hindi · मुक्तक 20 12 654 Share बदनाम बनारसी 7 Dec 2021 · 1 min read मतभेद अब विचार नहीं मिलते हमारे, क्यों न कुछ समय साथ गुज़ारा जाए। कुछ सोच हैं जो अब पुरानी हो चली हैं, क्यों न उस सोच को सुधारा जाए ।। ©... Hindi · मुक्तक 14 12 634 Share बदनाम बनारसी 21 May 2021 · 1 min read उसे रोने की इजाज़त न थी वो मासूम था कुछ कह सके, ऐसी हालत न थी, अपनों को जवाब देना उसकी आदत न थी, चुप चाप बैग उठाया और काम पर चल दिया, वो मर्द था... Hindi · मुक्तक 8 2 407 Share बदनाम बनारसी 5 Jan 2021 · 1 min read जी भर कर रोना चाहता हूं पसंद नहीं मुझे ये शोरगुल, कहीं शांति में जाकर सोना चाहता हूं, बहुत छुपा लिया गम अपनी मुस्कुराहट के पीछे, आज मैं जी भर कर रोना चाहता हूं। © बदनाम... Hindi · मुक्तक 14 9 473 Share बदनाम बनारसी 14 Sep 2020 · 1 min read हिंदी दिवस विशेष केवल भाषा नहीं, ज्ञान है हिन्दी, हम भारतीयों की पहचान है हिन्दी, भारत माँ का सम्मान है हिन्दी। © बदनाम बनारसी Hindi · मुक्तक 5 6 332 Share बदनाम बनारसी 7 Sep 2020 · 1 min read कृष्ण की तरह राधा के होकर तो देखो ज़िन्दगी को कुछ यूं भी जी कर तो देखो हर जख्म सिलता है, सी कर तो देखो, बहुत सुकुं मिलता है दिल को, एक बार जी भर के रो कर... Hindi · मुक्तक 7 3 764 Share बदनाम बनारसी 11 Aug 2020 · 1 min read राहत साहब को श्रद्धांजलि खुदा भी शायद अपना दरबार सजा रहा है, तभी तो धरती के नवरत्नों को अपने पास बुला रहा है। दरबार में होगी एक शायर की जरूरत तभी तो आपको बुलाया... Hindi · मुक्तक 3 2 472 Share बदनाम बनारसी 26 Jul 2020 · 1 min read मुक्तक तुम हाँ तुम कहां खो गई करती थी प्यार मुझसे तुम कहां हो गई गुम Hindi · मुक्तक 5 2 313 Share बदनाम बनारसी 23 Jun 2020 · 1 min read जन्मदिवस की शुभकामनाएं मुश्किलों में भी आप डट कर खड़े रहो, जीवन में खुशियों से भरे रहो। आप अपने व्यवहार से हैं हर दिल पर छाये, भगवान करे आपका जन्मदिवस हर साल आपके... Hindi · मुक्तक 8 2 443 Share बदनाम बनारसी 10 Jun 2020 · 1 min read इक बदनाम लड़की कुछ इस कदर से आशिक़ हूं उनका, खयाल नहीं है मुझे रात दिन का, ना दिन को सो पाता हूं, ना रात को नींद आती है, एक अज़ब अंदाज़ है... Hindi · मुक्तक 7 4 508 Share बदनाम बनारसी 24 Apr 2020 · 1 min read खुशी का पता दे मुझको ज़िन्दगी ये बता दे मुझको, गर प्यार है तो जता दे मुझको, ग़म तो बहुत सहे हैं मैंने, गर खुशी है तो पता दे मुझको। वो आयें नहीं मिलने मुझसे,... Hindi · मुक्तक 9 2 579 Share बदनाम बनारसी 29 Feb 2020 · 1 min read वो निगहबान हो गए जो घरवाले रहे वो अब मेहमान हो गए, वर्षों पुराने दुश्मन अब निगहबान हो गए, कभी जो हुआ करते थे जंगल हरे, वो सब अब श्मशान हो गए। सहे हैं... Hindi · मुक्तक 8 4 555 Share बदनाम बनारसी 20 Nov 2019 · 1 min read शेर अब तो कोई वजह भी न बची रोने के लिए, चंद गलतफहमियां पाल लेता हूं मैं खुश होने के लिए।। Hindi · मुक्तक 5 294 Share बदनाम बनारसी 17 Jan 2019 · 1 min read इस शहर में सब हमें बदनाम कहते हैं कभी डाकू, कभी लुटेरा, कभी बेईमान कहते हैं, इस शहर में इज़्ज़तदारों को बदनाम कहते हैं। मारे कई हिरन जिसने शौक शौक में, वो भी आजकल मुझे सलमान कहते हैं।... Hindi · मुक्तक 6 6 566 Share बदनाम बनारसी 8 Nov 2018 · 1 min read दिल के अरमाँ यूँ दिल के अरमाँ ना दिल में छुपाया करो, गर प्यार करती हो तो जताया करो, ये इंसानों की दुनिया है ज़नाब, लोग गलतफहमियां पाल लेते हैं, यूँ हर किसी... Hindi · मुक्तक 7 4 343 Share बदनाम बनारसी 20 Jun 2018 · 1 min read समय - समय की बात है समय - समय की बात है। कभी मैं उनसे कभी वो मुझसे रूठ जाते हैं, वर्षों तक चलने वाले नाते यूँ एक पल में टूट जाते हैं, कभी उनसे मिलने... Hindi · मुक्तक 5 1 486 Share