पं आलोक पाण्डेय Tag: मुक्तक 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid पं आलोक पाण्डेय 26 Dec 2019 · 1 min read धीर शरण्य ! नहीं कहीं कार्पण्य हूं मैं , न हीं गुणों में अग्रगण्य ; हूं केवल उनका शरण्य , धीर-वीर-व्रती वासी अरण्य ! Hindi · मुक्तक 269 Share पं आलोक पाण्डेय 25 Dec 2019 · 1 min read धर्मयुद्ध में देना होगा भारी मोल ! कटुओं का उत्पात सर्वत्र , खड़ा प्रलय दावाग्नि भयंकर , झंझावातों से घिरा राष्ट्र , आक्रांत भूधर-पर्वत-सागर ! शुक्र-शोणित-रक्त-मज्जा परिवेष्टित , विराट-ज्वलंत देह बनाकर ; अरिमस्तक से पाट दे धरती... Hindi · मुक्तक 279 Share पं आलोक पाण्डेय 3 Jul 2019 · 1 min read कहीं फटे न व्योम अंगार ...! नहीं रहा अब न्याय धर्म , संकुचित पीड़ित सत्य विचार , पुण्य धरा हो रही आतंकित आक्रांत, झेल जिहादी बौछार , दिशाहीन भ्रष्ट शासनतंत्र किया कैसा प्यारा देश बंटाढार ;... Hindi · मुक्तक 1 535 Share पं आलोक पाण्डेय 28 Feb 2019 · 1 min read वीर योद्धा अभिनन्दन भारतभू के प्रहरी जागे तू स्वदेश हित , धीर वीर तुम , तुम आस अभिमान हो , सत्य संधान , विज्ञान अनुसंधान तुम , करोड़ों देशवासियों के ह्रदय के ध्यान... Hindi · मुक्तक 480 Share पं आलोक पाण्डेय 5 Jan 2019 · 1 min read भारत की बेटियां जिसने भारत की दिव्यता की प्रखर शक्ति बढायी परतंत्रता की संकट में अटूट विरक्ति दिखायी , जिनके अप्रतिम शौर्य - धैर्य से मिली स्वाधीनता की रोटियाँ ; आज स्वाधीन हम... Hindi · मुक्तक 1 445 Share पं आलोक पाण्डेय 27 Jul 2018 · 1 min read स्वतंत्रता के स्वर्ण विहान हिन्दुस्थान गीत,अगीत,अनुगीत के विधान तुम , कविता की शब्द-चारूत्ता के शोभा-धाम हो , भूधर-विपिन-लतादिक,भूति-भावित , स्मरण बारंबार , दिव्य-शक्ति कीर्तिमान हो , उपमा के , उपमान के प्रकटित नव्य विधान ,... Hindi · मुक्तक 2 330 Share पं आलोक पाण्डेय 15 Jan 2017 · 1 min read प्राण कहाँ ! हे मेरे भारत के लोग कैसा दुःखद ये संयोग; सह रहे जो आजतक वियोग, क्या मिल पायेगा कोई सफल योग ! नहीं सफल योग मुस्कान कहाँ जीवन जीने की जान... Hindi · मुक्तक 1 306 Share