Awneesh kumar Tag: कविता 76 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Awneesh kumar 7 May 2024 · 1 min read होके रुकसत होके रुकसत कहा जाओगे जहा भी जाओगे वहा की यादों में हमे ही पाओगे हर गली हर चौराहे पर हम दोनो ने यादों के बीज बोए है इतनी आसानी से... Hindi · Bewafa Shayari · Dard Shayari · Pyar · कविता 56 Share Awneesh kumar 4 Dec 2019 · 1 min read होगा सवेरा अभी रात तो होने दो होगा सवेरा अभी रात तो होने दो अभी रुको पूरी बात तो होने दो कब तक झुकी रहेगी पलक तेरे हाथो में मेरा हाथ तो होने दो।(अवनीश कुमार) Hindi · कविता 1 524 Share Awneesh kumar 25 Apr 2019 · 1 min read हम उनसे मिल कर के नहीं आए है हम उनसे मिल कर के नहीं आए है फिर क्यू उनकी खुसबू में नहाए है बहुत दिन हुए देखा भी नहीं उनको अभी कितना अन्दर तक समाए है..?(अवनीस कुमार) Hindi · कविता 234 Share Awneesh kumar 7 Jun 2018 · 1 min read तुमसे मिल के हर दर्द की दवा हो गई.... तुमसे मिल के हर दर्द की दवा हो गई, जैसे गरमी में भी सर्द हवा हो गई, बात क्या की तुमसे भूल गया लेकिन बात क्या की रूह भी जवा... Hindi · कविता 595 Share Awneesh kumar 26 May 2018 · 1 min read हो गया सवेरा कई काम निकल आयेंगे तुम्हे नज़र खोजेंगी फिर शाम निकल जाएगी.... हो गया सवेरा कई काम निकल आयेंगे तुम्हे नज़र खोजेंगी फिर शाम निकल जाएगी कहां फुरसत की बनो सिर्फ मकसद तुम्हे सोचने में ऐसे ही फिर रात निकल जाएगी अब... Hindi · कविता 670 Share Awneesh kumar 23 Apr 2018 · 1 min read अब मुझसे छूट जाएगा क्या सच में रिश्ता टूट जाएगा... अब मुझसे छूट जाएगा क्या सच में रिश्ता टूट जाएगा आंखो में आंसू होगा दर्द भी धासू होगा उसके साथ कल न होगा पहले जैसा पल न होगा सब कराई... Hindi · कविता 442 Share Awneesh kumar 25 Mar 2018 · 1 min read कुछ झूठ को, सच बनाके, दिखाना पड़ता है.... कुछ झूठ को, सच बनाके, दिखाना पड़ता है खुद पे इल्जाम न आए, होठ पे जहर रख के दिखाना पड़ता है उनकी भलाई के लिए, जो ना आए खेल, ओ... Hindi · कविता 427 Share Awneesh kumar 27 Feb 2018 · 1 min read तुम्हारे लहज़े को हमारे दिल से,ये कैसी सिकायात है.... तुम्हारे लहज़े को हमारे दिल से, ये कैसी सिकायत है नाज़ुक से दिल के रिश्ते में ,ये कैसी सियासत है मोहब्बत में सारी जरूरत के मतलब भी भूल जाता हूं... Hindi · कविता 224 Share Awneesh kumar 10 Feb 2018 · 1 min read इश्क़ के एहसास में.... इश्क़ के एहसास में, आँशु निकल जाते है; उनकी एक मुस्कान से, पत्थर दिल पिघल जाते है; मासूम इतने ओ, तारीफ़ में, हद से गुजर जाते है; साथ होते है,जब... Hindi · कविता 222 Share Awneesh kumar 10 Feb 2018 · 1 min read आंखो में साजिश.... आंखो में साजिश , होठो पर प्यार लिया था, मेंहदी पिया के नाम की , मुझे तन्हा संसार दिया था कहा था तुमने फिर मिलेंगे पहले जैसा प्यार करेंगे, कैसे... Hindi · कविता 230 Share Awneesh kumar 23 Dec 2017 · 1 min read क्या वादा कर के तुम जुदा हुई .... क्या वादा करके तुम जुदा हुई जाते-जाते क्या कह के तुम बिदा हुई भरोसा दिला कर वफ़ा का , दिखी नही क्या तुम ख़ुदा हुई। मेरी मोहब्बत को बुरा कौन... Hindi · कविता 531 Share Awneesh kumar 22 Dec 2017 · 1 min read जो सफर को जिंदगी माने थे ओ सफर से ही अब ऊब गए...... जो सफर को जिंदगी माने थे ओ सफर से ही अब ऊब गए जो हाथ पकड़ चलते थे ओ औरो के साथ दूर गए जो तन्हा होने से डरते थे,... Hindi · कविता 262 Share Awneesh kumar 6 Dec 2017 · 1 min read उनकी मेहँदी की खुश्बू अलग है...... उनकी मेहँदी की खुश्बू अलग है ओ मेरे ही घर के बगल है उनकी सहनाई चूब रही है उनके लिए अब हम अलग है।। अब तुम्हरा अंदाज अलग होगा तुम्हारा... Hindi · कविता 394 Share Awneesh kumar 6 Dec 2017 · 1 min read हमारा गम नही है ये,हजारो लोग रोते है..... हमारा गम नही है ये,हजारो लोग रोते है ओ अकेले चैन से सोते है, यहाँ कई लोग रोते है मुबारक हो शादी बोल देते है सभी लेकिन, जुदाई के गम... Hindi · कविता 214 Share Awneesh kumar 6 Dec 2017 · 1 min read मोहब्बत में जीत के भी हार गया हूं ....... मोहब्बत में जीत के भी हार गया हूं जिसके लिए दरिया के पार गया हूं कैसे मान लू भूल गए होंगे हमे जो माने थे मैं ही उनके दिल के... Hindi · कविता 694 Share Awneesh kumar 11 Sep 2017 · 1 min read मेरे दोस्तों को ना आये ओ काम क्या करू.... (54) मेरे दोस्तों को ना आये ओ काम क्या करू साथ घूमु-घुमाऊ और काम क्या करू शायर तो मैं बन जाऊ लेकिन दोस्तों को समझ नही आती तो शायरी क्या... Hindi · कविता 238 Share Awneesh kumar 11 Sep 2017 · 1 min read छुट रही थी जीने मरने की ख्वाइश ..... (53) छुट रही थी जीने मरने की ख्वाइश ओ दिखी फीर से जागी उसे पाने की ख्वाइश मुझ पर अहसान करने की बात मत करना अब बहुत हुई इस भोले... Hindi · कविता 268 Share Awneesh kumar 1 Sep 2017 · 1 min read कई जगह से दर्द उठ रहा है,लेकिन तुम्हारा ही दर्द अजीब है (52) कई जगह से दर्द उठ रहा है,लेकिन तुम्हारा ही दर्द अजीब है तुमसे जुड़ने की जिद्द है की और भी अजीब है⛑ अजीब बात ये तबीयत ख़राब जब से... Hindi · कविता 199 Share Awneesh kumar 1 Sep 2017 · 1 min read मेरा आशिकों सा हाल बना दिया..... 51) मेरा आशिकों सा हाल बना दिया अपनी गलियों का पहरेदार बना दिया मेरी भी सराफत कुछ कम ना थी तुम तो अपनी गलियों का आवारा बना दिया। (अवनीश कुमार)... Hindi · कविता 1 279 Share Awneesh kumar 1 Sep 2017 · 1 min read ठंडे -ठंडे मौसम में तेरी याद आ रही है ..... ठंडे-ठंडे मौसम में तेरी याद आ रही है जैसे कोहरे के बाद हल्की धुप आ रही है तन्ह रात काट ली है तुम्हारी याद के साथ अब तो आ जाओ... Hindi · कविता 328 Share Awneesh kumar 1 Sep 2017 · 1 min read बहोत दिनों बाद आये हो,.... (49) बहोत दिनों बाद आये हो, जैसे क़त्ल का सारा सामान लाये हो, कैसे ना डूबे इन नशीली आँखों में तुम तो महफ़िल में महकता जाम लाये हो। (अवनीश कुमार... Hindi · कविता 237 Share Awneesh kumar 1 Sep 2017 · 1 min read कोई किसी का हकदार नहीं रहता..... कोई किसी का हकदार नहीं रहता समन्दर पार करने को पतवार नहीं रखता (48)तुम्हारी याद है की जाती नहीं तुम्हारी गलिया अब बुलाती नहीं कैसे ना आये मजबुर हु मैं... Hindi · कविता 459 Share Awneesh kumar 1 Sep 2017 · 1 min read दिल के अहसास जब घर मे फैल जाते है .... दिल के अहसास जब घर में फ़ैल जाते है नाम बदल के हम कुछ और कहे जाते है उनसे मिलने के लाख जतन करते है सुन के हर आहट मिलने... Hindi · कविता 252 Share Awneesh kumar 1 Sep 2017 · 1 min read सखियों के संग ..... सखियों के संग तेरा मुस्काना गजब हो गया है नजरो को झुका कर तेरा उठाना गजब हो गया है मेरे दिल को कर के घायल , रेशमी दुपट्टा उड़ा कर... Hindi · कविता 541 Share Awneesh kumar 1 Sep 2017 · 1 min read दिए के उजाले तो तमाम से हो गए... दिए के उजाले तो तमाम से हो गए दिल के अँधेरे तो आम से हो गए तरक्की हुई ज़माने की और हर सख्स वक्त के गुलाम से हो गए। (अवनीश... Hindi · कविता 1 424 Share Awneesh kumar 1 Sep 2017 · 1 min read (43) अस्क सूखे हो तो गजल बनती है ..... अस्क सूखे हो तो गजल बनती है आंख भीगी हो तो रहम मिलती है कागज की कस्ती कब - तक तैरती मासूम दिल को हो तो चोट ही मिलती है... Hindi · कविता 233 Share Awneesh kumar 17 Aug 2017 · 1 min read अभी तक तो इस शहर को आबाद किया था...... अभी तक तो इस शहर को आबाद किया था इलाहाबाद को इलाहाबाद किया था चले गये छोड़ कर आजमगढ़ यहाँ हमने क्या तुम्हे बर्बाद किया था। इश्क़ में हमने भी... Hindi · कविता 243 Share Awneesh kumar 23 Jul 2017 · 1 min read नही करेंगे उससे बात ..... नही करेंगे उससे बात, कह के खुद को बहलाना पड़ता है, साम होते-होते उसी को समझाना पड़ता है, बहुत कमजोर कर देती है मोहब्बत, गलती ना हो फिर भी झुक-जाना... Hindi · कविता 570 Share Awneesh kumar 11 Jul 2017 · 1 min read मैं हो रहा हु तेरी बेरुखी से बाक़ीब ...... मैं हो रहा हूँ तेरी बेरुखी से वकिब् दिखावटी मोहब्ब्त् अपने पास ही रखो कर दो जुदा खुद से हमे कुछ सालो बाद तो सुकून से शो जायेंगे मुझे हारना... Hindi · कविता 1 2 487 Share Awneesh kumar 11 Jul 2017 · 1 min read जन्मदिन है आज तुम्हरा मैं मिलने को तड़पता हु..... तुम्हारी हर बात को दिल मे उतारा कर समझता हूं साथ नही हु लेकिन हर पल तुम्हरे ख्याल में रहता हु प्यार कितना है तुमसे समझा नही पाता जन्मदिन है... Hindi · कविता 299 Share Awneesh kumar 13 May 2017 · 1 min read जिन पर मैंने गीत लिखा था उनकी हुई सगाई है ...... जिन पर मैने गीत लिखा था उनकी हुई सगाई है जो एक गीत था मन मे उन तक ना पहुँचाई है दब के रह गई पर्वत सी एक कहानी, हो... Hindi · कविता 524 Share Awneesh kumar 10 May 2017 · 1 min read शायरी को जब लफ्ज़ नही मिलता .... शायरी को मुताबिक जब लफ्ज नहीं मिलता है तुम्हारा नाम आ जाये तो अस्क नहीं थमता है इस बीमार की दवा कौन करेगा तुम्हारे सिवा हमें तो कोई शख्स नहीं... Hindi · कविता 388 Share Awneesh kumar 26 Apr 2017 · 1 min read अक्सर लोग छोटी सी बात पे रूठ जाते है...... अक्सर लोग छोटी सी बात पे रूठ जाते है खुद पत्ता जैसे शाख से टूट जाते है पढने-लिखने से ज़माने की समझ मिलती है लेकिन पढ़ते-लिखते ही सनम दिल लूट... Hindi · कविता 311 Share Awneesh kumar 26 Apr 2017 · 1 min read चाहता हु कुछ करना पर कर नहीं पता....... चाहता हु कुछ करना पर कर नहीं पता दूर तुम होती हो रास्ता नजर नहीं आता मंजिल भी अब रास नहीं अति ना ही कुछ कर पाता हु जिन नजरो... Hindi · कविता 387 Share Awneesh kumar 26 Apr 2017 · 1 min read अपनी खुशी गम लगती है.... अपनी खुशी भी गम लगती है किसी की जब आंख नम लगती है मजदुर दो वक्त की रोटी में चैन से सोता है अमीरों को हर सुविधा भी कम लगती... Hindi · कविता 1 227 Share Awneesh kumar 26 Apr 2017 · 1 min read मोहब्बत किसी लफ्ज की मोहताज नहीं....... मोहब्बत किसी लफ्ज की मोहताज नहीं आँखों से हो जाती है किसी की सरताज नहीं अपनी मंजिल के रस्ते खुद बनाना हर इन्सान के हिस्से में खानदानी ताज नहीं।।(अवनीश कुमार) Hindi · कविता 244 Share Awneesh kumar 26 Apr 2017 · 1 min read मैं लिखता हु हर फ़साना मोहब्बत के नाम का ....... मैं लिखता हु,हर फ़साना मोहब्बत के नाम का मैं लिखता हु, हर बात मोहब्बत केे बात का ये दिल पे चोट खाये ही समझेंगे क्यू की मैं लिखता हु,खुराफात मोहब्बत... Hindi · कविता 301 Share Awneesh kumar 16 Apr 2017 · 1 min read छोटी छोटी बातों पे हर घड़ी रूठा नही करते .... छोटी छोटी बातों पे हर घडी रूठा नहीं करते सनम माना है तुम्हे प्यार हम झूठा नहीं करते मासूम लफ़्ज़ों में कहा भूल जाओ हमको, सनम इतनी आसानी से हम... Hindi · कविता 557 Share Awneesh kumar 15 Apr 2017 · 1 min read उनकी तस्वीर छुपाये बैठा हूँ...... उनकी शीने में तस्वीर छुपाये बैठा हु कब से उनके रस्ते पे मुखवीरी लगये बैठा हु हमने सवा सव जतन कर के देखा है अब तो तक़दीर के सताये बैठा... Hindi · कविता 274 Share Awneesh kumar 13 Apr 2017 · 1 min read दो लफ्जो में दसको की बात कर आये .... दो लफ्जो में ही,दसको की बात कर आये जैसे चाँद सितारों को भी साथ कर आये सारी स्मृतिया आँखों के आगे घूम गई फिर से पारस को धातु के साथ... Hindi · कविता 532 Share Awneesh kumar 13 Apr 2017 · 1 min read दोस्तो के साथ घूमना भी जरूरी काम ..... दोस्तों के साथ घूमना भी जरुरी काम लगता है पानी भी पियो उनके साथ तो जाम लगता है। ऐसे ना कहो की अवारे बने फिरते है दोस्तों के बिना तो,... Hindi · कविता 438 Share Awneesh kumar 1 Apr 2017 · 1 min read बहुत कठोर नहीं है बनना पड़ता है.... बहुत कठोर नहीं है बनना पड़ता है तुम्हारे याद में मुझे जलन पड़ता है मोम भी दूर से पत्थर ही लगता है लेकिन उसे भी जलना पड़ता है। (अवनीश कुमार)... Hindi · कविता 265 Share Awneesh kumar 31 Mar 2017 · 1 min read थोडा उदास हो जाऊ,तो लोग हाल पूछते है....... थोडा उदास हो जाऊ,तो लोग हाल पूछते है थोडा ख़ुश हो जाऊ, तो वही लोग रुठते है हे रब कैसी सक्ल, और अक्स बनाया तूने थोडा गंबीर हो जाऊ, तो... Hindi · कविता 216 Share Awneesh kumar 31 Mar 2017 · 1 min read जमाना खूब सूरत है समझने भर की देरी है....... जमाना खूब सूरत है समझने भर की देरी है इस भाग दौड़ की दुनिया में चलने भर की देरी है जो कुछ भी करेगा क्या भूखा मरेगा यह बुरा वक्त... Hindi · कविता 322 Share Awneesh kumar 31 Mar 2017 · 1 min read अपनों के दरमियां सियासत फ़िजूल है, ......... अपनों के दरमियां सियासत फ़िजूल है, मक़सद न हो कोई, तो बग़ावत फ़िजूल है. रोज़ा, नमाज़, हज, या हो सदक़ा -ए -ख़ैरात; अपने ना खुश हों, तो सारी इबादत फ़िजूल... Hindi · कविता 606 Share Awneesh kumar 31 Mar 2017 · 1 min read जो बात दिल में है बताऊ कैसे........... जो बात दिल में है बताऊ कैसे अब इस राज को दिल में दबाऊ कैसे जो घर के पास आ के ठहरे हो तुम राजेवफ़ तुम्हारी पता लगाऊ कैसे।\ (अवनीश... Hindi · कविता 382 Share Awneesh kumar 31 Mar 2017 · 1 min read तेरी गलिया बुलाती है, सारी रात जगती है...... तेरी गलिया बुलाती है, सारी रात जगती है कैसे बीते एक भी पल,तेरी याद सताती है तुमने रुसवा किया एक पल में ही जब तक जिन्दा है तेरी उम्मीद सुकू... Hindi · कविता 226 Share Awneesh kumar 31 Mar 2017 · 1 min read किससे अब क्या-क्या बतला दू ............ किससे अब क्या - क्या बतला दू की दिल की बात तुम - तक पंहुचा दू सारे संचार के हक़ छीन लिए तुमने कैसे अपने जज्बात तुम - तक पंहुचा... Hindi · कविता 336 Share Awneesh kumar 31 Mar 2017 · 1 min read तेरे इंतजार में बैठे है ,तेरी गलियों में.............. तेरे इंतजार में बैठे है ,तेरी गलियों में तेरी खुसबू आ रही है ,फुलो की कलियों में तुम अब आओ तो बेहतर होगा कुछ हो सा गया है, तेरे आने... Hindi · कविता 468 Share Awneesh kumar 31 Mar 2017 · 1 min read बादल हो तो फ़र्ज़ निभाओ............ बादल हो तो फ़र्ज़ निभाओ गरीब किसानो पर ना कहर बरपाओ तेरी उम्मीद पे ही जीते है कुछ तो खुदा के वास्ते रहम फरमाओ। (अवनीश कुमार) गलती थी मेरी ये... Hindi · कविता 200 Share Page 1 Next