अरविन्द राजपूत 'कल्प' Tag: दोहा 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अरविन्द राजपूत 'कल्प' 4 Sep 2019 · 1 min read प्रेम के दौहे प्रेम है अति पावना, हवस देह व्यापार। दोनों में अंतर बहुत, नादा समझें प्यार।। 【1】 हवसी तन को लूटता, प्रेमी परम् उदार। है कलंक माथे हवस , प्रेम जगत आधार।।... Hindi · दोहा 1 2 328 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 12 Jul 2020 · 1 min read अष्टांग-दोहे ?⚪️अष्टांग दोहे ?⚪️ तन मन प्राणन शुद्धता, परम् योग अष्टांग। जीवन सफल बनाइये, कर गुरु को शाष्टांग।। यम नियम अरु वासना, प्राणा प्रत्याहार। धारणा, ध्यान, समाधि से, हो जाये भव... Hindi · दोहा 1 5 667 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 19 Jan 2019 · 1 min read दोहे निंदक नियरे राखिये, घुन से रहिये दूर। निंदक है अपमार्जक, घुन घातक भरपूर।। अरविंद राजपूत 'कल्प' ईश्वर अल्लाह एक है, जिसकी हम संतान। जाति धर्म पर जो लड़े, वो नाही... Hindi · दोहा 253 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 27 Aug 2020 · 1 min read दोहे:- निर्वानाष्टकं 1⃣ मन मेधा मद मैं नही, नाहि चित्त विधान। जीभ नासिका नयन नही, न स्रोता न कान।। न नभ न बसुधा अगन, न वायु जल जान। मैं ही अनादि चेतना,... Hindi · दोहा 1 492 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 13 Oct 2021 · 1 min read दोहे:- मानसिक कुंभ स्नान फल गंगा जमुना सरस्वती, रेवा क्षिप्रा स्नान। कावेरी गोदावरी, सप्त सरित धर ध्यान।।१।। हरि प्रयाग नासिक सहित, उज्जैनी कुंभ भराय। मन ईश धरे स्नान कर,शाही कुंभ फल पाय,।।२।। पावन पुण्य पवित्र... Hindi · दोहा 355 Share