Alok Mittal 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Alok Mittal 12 Apr 2020 · 1 min read वो अकेला है मालिक यहाँ, दिल में मेरे ख़ुशी है तो है, वो मेरी ज़िंदगी है तो है ! - हर शिकायत उन्हें प्यार में, अब दिखी जो कमी है तो है ! - वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 250 Share Alok Mittal 15 Nov 2017 · 1 min read पत्थर दे..लालच... देश में दंगा कराया है ।। यहाँ.भाई से...भाई को...लड़ाया है ।। फसाते चंद सिक्को का देकर लालच ।। उन्ही..के हाथ में..पत्थर थमाया है ।। ** आलोक मित्तल ** Hindi · मुक्तक 460 Share Alok Mittal 1 Sep 2016 · 1 min read मुक्तक शर्म आती नहीं उन्हें अब तो ! चाहे कपडे सभी ले जाये जो !! नग्न उनको सभी ने अब देखा ! वोट ले देश को ही छलते वो !! **... Hindi · मुक्तक 336 Share Alok Mittal 5 Jun 2016 · 1 min read जोड़ना जोड़ना ही जोड़ना हमको घटाना ही नहीं। दुश्मन अपने तो कभी कही बनाना ही नहीं । घूमूँगा फिरूँगा भाषा सबकी समझूँगा मैं । पर उम्मीद किसी से ज्यादा लगाना ही... Hindi · मुक्तक 519 Share Alok Mittal 5 Jun 2016 · 1 min read छल फरेब टूटता साथ अब बनाना है ! दूरियाँ आज सब मिटाना है ! हो न अब छल फरेब आपस में ! आज विश्वास ये जमाना है !! आलोक मित्तल उदित रायपुर Hindi · मुक्तक 477 Share Alok Mittal 29 May 2016 · 1 min read न ज़िन्दगी से हम थे हारे मापनी - २२ २२ २२ २२ पदपादाकुलक छंद ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ न ज़िन्दगी से हम थे हारे दूर हुए हों भले किनारे भूख से तड़फते बच्चे वो । दर दर फिरते मारे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 431 Share Alok Mittal 26 May 2016 · 1 min read बचपन खेल में आज भी लगा है मन ! है अभी भी यही कही बचपन ! भूलते ही नहीं पुराने दिन ! है कही दिल में आज सूनापन !! आलोक मित्तल... Hindi · मुक्तक 657 Share Alok Mittal 25 May 2016 · 1 min read ये भी' कोई ज़िंदगी है, ये भी' कोई ज़िंदगी है, आदमी जिसमें दुखी है. आदमी तो आदमी में । ढूंढता कोई कमी है ।। साथ माँगा दोस्ती में । टूटी तब उम्मीदगी है।. रात दिन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 583 Share