Akib Javed Tag: मुक्तक 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Akib Javed 29 Sep 2019 · 1 min read नदी/जीवन ??? ?नदी? उतरी पर्वत के पीड़ा से अंतर्मन में करती ध्वनि पहुँची जाके मेरे मन में मन में मेरे बह रही नदी ?जीवन? सुख!दुःख के डोर को जीवन से बाँध... Hindi · मुक्तक 3 482 Share Akib Javed 2 Mar 2018 · 1 min read होली मुक़द्दर से मिलता है दर आपका रंग में रंग हो और साथ आपका मनाऊ होली अपने पीर के संग मेरे मौला रंग दे दर हो आपका ।आकिब जावेद। Hindi · मुक्तक 2 364 Share Akib Javed 6 Dec 2017 · 1 min read दिसम्बर छंद मुक्त रचना: दिसंबर साल का अंतिम महीना हूँ महीनों का मैं नगीना हूँ गर्मी को मैं देता मात जाड़े की लाता सौगात काम धाम सारे छोड़कर रजाई में अब... Hindi · मुक्तक 647 Share Akib Javed 2 Dec 2017 · 1 min read जुबां पर ताले पड़ गए जुबा पर ताले पड़ गए अब सबके जुबां पर ताले पड़ गए तेजतर्रार भी ढीले ढाले पड़ गए चढ़ गया हैं कुछ यूँ सत्ता का नशा पैसेवाले भी उनकी नजर... Hindi · मुक्तक 325 Share