आकाश महेशपुरी Tag: सवैया 12 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid आकाश महेशपुरी 10 Dec 2021 · 1 min read जाल इसे कहते सब हैं (सवैया) जाल इसे कहते सब हैं इसने इस जीवन को उलझाया, प्रीत भरा इक गाँव बसा इसने हर रोज हमें तड़पाया, जीव भला वह कौन जिसे इसने वश में कर के... Hindi · सवैया 622 Share आकाश महेशपुरी 2 Dec 2021 · 1 min read राह जरा बच के चलना (मत्तगयंद सवैया) स्वार्थ भरा मन साथ लिये बस ऊपर से उपकार करेंगे, है जिनके मन द्वेष भरा वह लोग भला कब प्यार करेंगे, लाभ दिखे जिस ठाँव सदा छल, ढोंग वहीं हर... Hindi · सवैया 392 Share आकाश महेशपुरी 25 Jul 2021 · 1 min read प्रेम जगा कर...(मत्तगयंद सवैया छंद) प्रेम जगा कर भूल गए तबसे हम कष्ट हजार सहे हैं, आशिक़ या भँवरा, पगला हमको जग के सब लोग कहे हैं, सागर सी गहरी अँखिया, जिनसे हम नीर समान... Hindi · सवैया 270 Share आकाश महेशपुरी 9 Feb 2021 · 1 min read मौसम तो मदहोश करे...(मत्तगयंद सवैया) मौसम तो मदहोश करे...(मत्तगयंद सवैया) ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ मौसम तो मदहोश करे उस पे यह नैन बड़े कजरारे, काजल से शरमाय रहे अब सावन के उमड़े बदरा रे, चंचल चाल हरे चित... Hindi · सवैया 3 2 519 Share आकाश महेशपुरी 24 Dec 2020 · 1 min read नूतन वर्ष (मत्तगयंद सवैया छंद) नूतन वर्ष (मत्तगयंद सवैया छंद) ■■■■■■■■■■■■■■ देश रहे बदहाल सभी बदहाल रहे जग के नर-नारी, संकट था चहुँओर रहा पर संकट पे यह साहस भारी, मान लिया गुजरा यह साल... Hindi · सवैया 5 4 490 Share आकाश महेशपुरी 18 Nov 2020 · 1 min read धैर्य न खोना {मत्तगयंद सवैया छंद} धैर्य न खोना {मत्तगयंद सवैया छंद} कष्ट हजार मिले फिर भी तुम कातर भाव लिये मत रोना, मान लिया विपदा गहरी पर बंधु सुनो तुम धैर्य न खोना, और निखार... Hindi · सवैया 2 1 423 Share आकाश महेशपुरी 28 Jul 2020 · 1 min read मत्तगयंद (मालती) सवैया छंद मत्तगयंद (मालती) सवैया छंद ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ मान लिया जब दूर हुए तब लक्ष्य तुझे लगते सपने से, धीरज किन्तु रखो मन में यह दर्द बढ़ेगा सदा जपने से, कष्ट हजार सहो... Hindi · सवैया 4 2 2k Share आकाश महेशपुरी 1 Jun 2020 · 1 min read है दुख में जनता...{मत्तगयंद सवैया छंद} है दुख में जनता...{मत्तगयंद सवैया छंद} ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ है दुख में जनता वह जान रहा दुख से अनजान बना है, तुच्छ हुए हम देकर वोट कि लेकर आज महान बना है,... Hindi · सवैया 2 1 846 Share आकाश महेशपुरी 1 Feb 2020 · 1 min read मधुमास {मत्तगयंद सवैया छंद} मधुमास {मत्तगयंद सवैया छंद} ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ झूम चली मधुमास लिये यह गंध भरी पछुवा मतवाली, रंग भरे बहु फूल खिले गुलजार हुई तरु की हर डाली, किन्तु उदास रहे मन आज... Hindi · सवैया 3 1 511 Share आकाश महेशपुरी 18 Jan 2020 · 1 min read याद करो जब बालक थे हम...(सवैया) याद करो जब बालक थे हम संशय का यह भाव नहीं था, थीं खुशियाँ भरपूर किसी जन से तब हाय दुराव नहीं था, उम्र बढ़ी मन खिन्न रहे उर कष्ट... Hindi · सवैया 2 2 740 Share आकाश महेशपुरी 17 Sep 2016 · 1 min read दो मत्तगयंद (मालती) सवैया छंद दो मत्तगयंद (मालती) सवैया छंद देश हुआ बदहाल यहाँ अब चैन कहीँ मिलता किसको है, चैन भरा दिन काट रहे सब लूट लिए दिखता किसको है, भारत की परवाह नहीँ... Hindi · सवैया 1k Share आकाश महेशपुरी 17 Sep 2016 · 1 min read दुर्मिल सवैया दुर्मिल सवैया ॰॰॰ हम चाह रहे कुछ वक्त मिले इस जीवन मेँ कविता चलती यह भागमभाग भरी दुनिया अब छोड़ कहीँ दिल मेँ पलती कविता बिन चैन कहाँ कवि को... Hindi · सवैया 325 Share