डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Tag: सरसी छंद 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 5 Nov 2025 · 1 min read गुरु पूर्णिमा कार्तिक होता दिव्य महीना,रखिए उर विश्वास। लक्ष्मी गणेश तुलसी कुबेर ,करें धरा पर वास।। पर्वों की है वसुधा अपना *अपनी* ,पावन भारत देश। दिव्य प्रकृति है इसकी माया,शोभित है परिवेश।... Hindi · ओम की रचनाएँ · सरसी छंद 1 96 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 6 Jun 2025 · 1 min read अंधे की लाठी अंधे की लाठी हैं होते ,उनके रिश्तेदार। सकल जगत बस यही भावना,करता है स्वीकार।। मानव जीवन कठपुतली है, थामे ईश्वर डोर। सदा चलाता निश्चित पथ पर,बिना करे कुछ शोर। सुख-दुख... Hindi · ओम की रचनाएँ · सरसी छंद 1 93 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 2 Jun 2025 · 1 min read प्रकृति प्रेम गमलों में सीमित सकल सृष्टि में संकट छाया,दूषित हुआ समाज। प्रकृति प्रेम गमलों में सीमित,दिखता देखो आज।। ब्रह्मा ने जब सृष्टि बनाई,रखा सभी का ध्यान। जीव-जन्तु मानव जल उपवन,पर्वत वायु विधान। रखीं संतुलित... Hindi · ओम की रचनाएँ · सरसी छंद 1 66 Share