ओम प्रकाश श्रीवास्तव 122 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ओम प्रकाश श्रीवास्तव 14 May 2025 · 1 min read सेवा उन्नति द्वार मातु पिता सेवा सदा,उन्नति का सत द्वार। सर्व ग्रंथ वर्णित करें,जगत करे स्वीकार ।। मातु पिता सेवा सदा,पूजन का इक रूप। राम कृष्ण का मर्म यह,पालित करते भूप।। मातु पिता... Hindi · दोहा 9 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 10 May 2025 · 1 min read जन्मदिवस उपलब्धि का जन्मदिवस उपलब्धि का भोले बाबा की कृपा,शोभित सारा साज। जन्मदिवस उपलब्धि का,फिर से आया आज।। चित्र वंश हर्षित बहुत,लाया बहु उपहार। मेधा गदगद है बहुत,लखकर सबका प्यार।। वेदवती दादी सदा,... Hindi · दोहा 22 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 20 Apr 2025 · 1 min read चौपाला छंद:-राम नाम का मर्म राम चरित मानस महिमा न्यारी। कहे सनातन की टोली सारी।। जीवन सत दर्शन इसमें मिलता। भाव जगत हित का उर में खिलता।। राम कर्म की वर्णित फुलवारी। राह दिखाती है... Hindi · चौपालाछंद 42 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 20 Apr 2025 · 1 min read ईश्वर के दरबार में ईश्वर के दरबार में,शीश झुकाकर भक्त। पाते श्री वर की कृपा,शोभित करते वक्त।। ईश्वर के दरबार का, पावव बहुत विधान। द्वेष अहम को त्याग कर,हो प्रभुवर का ध्यान।। श्रद्धा के... Hindi · दोहा 37 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 12 Apr 2025 · 1 min read पवन पुत्र हनुमान वायु पुत्र हनुमान, करें राम गुणगान, रख मर्यादा का ध्यान, रचें दिव्य विधान ये। कहतींं हैं सीता माता, राम गुण नित गाता, उससे सुत सा नाता, चाहे बस सम्मान ये।... Hindi 48 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 10 Apr 2025 · 1 min read बे मौसम की बारिश बे मौसम जो यह बारिश आई। सिकन किसानों के सिर पर लाई।। पकी फसल पर जो संकट आया। घोर निराशा का बादल छाया।। प्रभुवर अपनी अब कृपा दिखाओ। बारिश से... Hindi 28 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 6 Apr 2025 · 1 min read नवचौपाला छंद :-राम जन्म का उत्सव छाया(प्रति चरण 18मात्रा) राम जन्म का शुभ उत्सव छाया। सकल जगत है देखो हर्षाया।। धाम अयोध्या शुभता बरसाए। राम जन्म की कथा सुनाए।। दशरथ नंदन श्री हरि अवतारी। आए वसुधा पर बन संसारी।।... Hindi 39 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 6 Apr 2025 · 1 min read चौपाला छंद चौपाला छंद एक हिन्दी का नवीन छंद है।जिसे उत्तरप्रदेश के कानपुर नगर के तिलसहरी गांव निवासी शिक्षक व साहित्यकार डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम ने सृजित किया है।इसमें 18-18मात्राओं के... Hindi 36 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 5 Apr 2025 · 1 min read चौपाला छंद:- मातु महा गौरी स्तुति मातु महा गौरी अम्बे माता। भाव भक्ति का है तुमको भाता।। अष्टम दिन जब नवराता आता। साधक तव दिव्य रूप को ध्याता।। गौर वर्ण की हो देवी न्यारी। भोला शंकर... Hindi · चौपालाछंद 40 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 29 Mar 2025 · 1 min read चौपाला छंद- प्रकृति की सीख सुंदर शोभित यह प्रकृति हमारी। सदा खिलाती जो मन की क्यारी।। कल-कल, कल-कल हैं नदियाँ बहतीं। भाव रखो निर्मल हमसे कहतीं। उच्च शिखर के ये पर्वत सारे। दर्शाते पावन लक्ष्य... Hindi · चौपाला छंद 1 50 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 29 Mar 2025 · 1 min read चौपाला छंद:- नवरात्रे आए माता के शुभ नवरात्रे आए। खुशियों की हैं पावन निधि लाए।। पहले दिवस कलश स्थापित होवे। साधक मनोकामना जौ बोवे।। ज्योति मातु की बहु भक्त जलाते। मन मंदिर में हैं... Hindi 1 44 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 29 Mar 2025 · 1 min read नहीं कभी है घबराना कितनी भी मुश्किल आ जाए, नहीं कभी हम घबराते। सोच समझ हर इक पहलू को, आगे ही कदम बढ़ाते। कर्म पंथ पर चलते चलते, सुख दुख आते जाते हैं। सुख... Hindi · गीत 2 42 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 28 Mar 2025 · 1 min read प्रकृति बचाओ नव चौपाला छंद प्रकृति बचाओ *यह नवीन चौपाला छंद मेरे द्वारा ही सृजित किया गया है।जिसके प्रत्येक चरण में 18-18मात्रा होती है तथा चरणान्त में चौकल अनिवार्य है।।* बढ़ी बहुत... Hindi · चौपाला छंद 37 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 31 Dec 2024 · 1 min read नवल वर्ष की खूब बधाई नवल वर्ष की बेला आई। सबजन देते खूब बधाई।। नवल वर्ष नव खुशियाँ लाए। सुख वैभव सब जनगण पाए।। बहे ज्ञान की पावन धारा। लगे कर्म सत सबको प्यारा।। खुलें... Hindi · कविता · नववर्षहिंदीकविता 198 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 24 Dec 2024 · 1 min read अटल का सुशासन याद सुशासन की जब करते। ध्यान अटल पर हम हैं धरते।। नीति अटल की थी अति उत्तम। बजी प्रेम की पावन सरगम।। राजनीति के थे वे ज्ञाता। द्वेष नहीं था... Hindi · अटल जी का सुशासन 1 205 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 12 Oct 2024 · 1 min read विजयदशमी विजयदशमी अधिक अहम घातक बहुत,कितना भी हो ज्ञान। सोच दशानन की दशा,समझो सकल विधान।। रावण ज्ञानी था बहुत,उचित बना था साज। भाव अहम कारण बना, छिने प्राण अरु ताज।। अहम... 166 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 8 Oct 2024 · 1 min read जय कालरात्रि माता जय कालरात्रि माता नवरात्री दिन सातवां, कालरात्रि के नाम। सच्ची श्रद्धा रख हृदय,करिए इन्हें प्रणाम।। काल रात्रि का रूप यह,देता मधु संदेश। सत्य मार्ग पालन करो,तजकर उर का क्लेश।। गर्दभ... Quote Writer 177 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Sep 2024 · 1 min read बेटी लक्ष्मी रूप है बेटी लक्ष्मी रूप है,ईश्वर का वरदान। पालें इनको प्रेम से,कहता सकल विधान।। बेटी करती त्याग बहु,समझे सकल समाज। दो कुल को है जोड़ती,करती पावन काज।। बेटी बनती है बहू, बहू... Hindi 1 113 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 26 Aug 2024 · 1 min read कृष्ण कन्हैया घर में आए कृष्ण कन्हैया घर में आए। खुशियाँ देखो भर के लाए।। बजे बधाई हर इक घर में। गूँजे बाजे गाँव शहर में।। कृष्णा आया सारे कहते। प्रेम भाव में बहते रहते।।... Hindi 188 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 25 Aug 2024 · 1 min read कृष्ण मुरारी आओ कृष्ण मुरारी मम गृह आओ। सकल कृपा प्रभुवर बरसाओ।। उचित सोच पनपे जीवन में। प्रेम भाव हो मेरे मन में।। दया धर्म का रहे बसेरा। कर्म पंथ हो उज्ज्वल मेरा।।... Hindi 142 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 9 Aug 2024 · 1 min read नाग पंचमी आज भोले का है प्रिय दिवस,नाग पंचमी आज। पूजन होता नाग का, सुफलित होते काज। सुफलित होते काज,मिले धन यश अरु माया। हरते भोले कष्ट,मिटे दुख का साया। कहता कविवर ओम,जयति... Hindi 1 145 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 15 Apr 2024 · 1 min read माँ महागौरी है नमन मातु महागौरी नमन,दिवस अष्टमी आज। स्वीकारो मम भक्ति को,जैसा भी है साज।। भाव पुष्प स्वीकार कर, चखिए पावन भोग। दया दृष्टि ऐसी रखो,शुभता से हो योग।। धर्म कर्म में मन... Hindi · दोहा 1 171 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 15 Apr 2024 · 1 min read माता रानी दर्श का माता रानी दर्श का,बनता जब संयोग। दिक्कत सारी खुद मिटे,मिटते सारे रोग। मिटते सारे रोग,अर्थ भी समुचित आए। उमड़े उर अनुराग,भक्ति का पथ ही भाए। कहता कविवर ओम,मातु हैं सब... Hindi · कुण्डलिया 1 190 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 14 Apr 2024 · 1 min read मातु काल रात्रि मातु काल रात्रि माता कालरात्रि तुम आओ। भय संशय सब दूर भगाओ।। शक्ति सातवीं तुम हो माता। श्याम वर्ण है तुमको भाता।। बुरी शक्ति को आप मिटातीं। भक्ति शक्ति को... Quote Writer 1 238 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 14 Apr 2024 · 1 min read जय जय दुर्गा माता जय जय दुर्गा माता दुर्गा माँ के नाम का,करें जाप जो भक्त। कष्ट मिटें उनके सभी,सुखमय बीते वक्त।। ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 275 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 24 Mar 2024 · 1 min read आया होली पर्व आया प्यारा होली पर्व। प्रेम रंग से रँगना सर्व।। राग द्वेष से रहना दूर। हर्ष उठाना तुम भरपूर।। पापड़ गुझिया अरु नमकीन। होली व्यंजन पावन तीन।। अपने प्रियजन को ले... Hindi · बाल कविता 282 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 13 Mar 2024 · 1 min read मदिरा वह धीमा जहर है जो केवल सेवन करने वाले को ही नहीं बल्कि मदिरा वह धीमा जहर है जो केवल सेवन करने वाले को ही नहीं बल्कि परिवार और समाज को भी खोखला करती है।। ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 217 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 9 Mar 2024 · 1 min read उन्नति का जन्मदिन गणपति बाबा है नमन,करो विनय स्वीकार। निधि मनीष हर्षित रहें,बरसे कृपा अपार।। उन्नति का है जन्म दिन,नवल मार्च को आज। शिव जी की हो अति कृपा,शोभित हो सब साज।। ज्ञान... Hindi · दोहा 236 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 8 Mar 2024 · 1 min read महिला दिवस विशेष दोहे मिशन शक्ति की धूम है,सुंदर है परिवेश। चर्चा नारी की बढ़ी,अपने प्यारे देश।। पढ़े बालिका खूब अरु,पाए समुचित स्थान। तभी शक्ति उसकी बढ़े,समझो अगर विधान।। उच्च सोच अरु ज्ञान से,मिलता... Hindi · दोहा 2 228 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 7 Mar 2024 · 1 min read नारी है नारायणी नारी है नारायणी,दुर्गा काली रूप। मर्यादा इसकी रखें,जनता हो या भूप। जनता हो या भूप,ध्यान सबका हीं रखतीं। करके अतिशय त्याग,सर्वहित उर से लखतीं। कहता कविवर ओम,सृष्टि रचना यह प्यारी।... Hindi · कुण्डलिया · महिला दिवस 1 253 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 4 Mar 2024 · 1 min read आफत की बारिश असमय वर्षा जो गिरी,विस्मित है संसार। फसलें हैं बर्बाद अब,मुश्किल में परिवार। मुश्किल में परिवार, फसल गेहूँ मुरझाई। लेकर वर्षा रूप,जगत आफत सी आई। डरते सभी किसान,देख नभ फिर बदरामय।... Hindi · कुण्डलिया 1 223 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 4 Mar 2024 · 1 min read भारत को निपुण बनाओ प्रेम भाव से मिलकर सब जन, शिक्षा का नव दीप जलाओ। आंगनवाड़ी शिक्षक साथी, निज भारत को निपुण बनाओ।। माना मुश्किल पथ है अतिशय, नहीं कभी पर तुम घबराना। कंटक... Hindi · गीत 2 1 211 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 3 Mar 2024 · 1 min read शिव स्तुति महत्व शिव की स्तुति सबजन कीजिए। जीवन में खुशियाँ भर लीजिए।। Hindi · कोटेशन 1 195 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 3 Mar 2024 · 1 min read शिव स्तुति दोहा:- *भोले बाबा है नमन,करो विनय स्वीकार।* *बरसाकर प्रभु सत कृपा,करिए जग उद्धार।।* *भक्ति भाव उर में जगे,उमड़े उर में प्यार।* *सत्य कर्म करता रहूं,रख शीतल व्यवहार।।* चौपाई:- शिव महिमा... Hindi · दोहा 2 1 221 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 28 Feb 2024 · 1 min read मछली रानी मछली रानी मछली रानी। पीती रहती दिनभर पानी।। प्राण वायु भी जल से लेती। अति जल को बाहर कर देती।। नौका सम रखती अपना तन। बच्चों समझो मछली जीवन ।।... Hindi · बाल कविता 1 211 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 27 Feb 2024 · 1 min read नैतिक वचन काया या माया का जब हो अति दर्प। मानव विचरे बन जहरीला सर्प।। ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Hindi · कोटेशन 422 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 27 Feb 2024 · 1 min read आवश्यक मतदान है आवश्यक मतदान है,रखो सभी यह ध्यान। मत की ताकत से सजे,सारा राज विधान।। समझो मत के मूल्य को, करो सभी मतदान। एक एक मत से बढ़े,लोक तंत्र की शान।। कैसा... Hindi · दोहा 254 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 25 Feb 2024 · 1 min read मां शारदे कृपा बरसाओ हे जग जननी मातु शारदे, कृपा दृष्टि जग पर बरसाओ। द्वेष दर्प का तम जग छाया, सत्य ज्ञान दे इसे मिटाओ। माया मोहित होकर मानव, सत पथ से है रखता... Hindi · गीत 1 185 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 24 Feb 2024 · 1 min read मानवता के पथ पर मानवता के पावन पथ पर, मदद भाव है उर में जगता। धर्म जाति का भेद भाव सब, दूर हृदय से है अति भगता। ईश्वर हर इक ही मानव को, ज्ञान... Hindi · गीत 158 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 23 Feb 2024 · 1 min read अन्नदाता किसान अतिशय करता नित्य श्रम,रख मौसम का ध्यान। पालक दूजा वह जगत, कहते जिसे किसान। कहते जिसे किसान,कर्म जग हित है करता। उपजा कर के अन्न ,पेट जग का है भरता।... Hindi · कुण्डलिया 2 244 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read माया के मधुपाश माया के मधु पाश में, फंसते जो भी लोग। तजकर जीवन लक्ष्य सत,करें गलत उपयोग। करें गलत उपयोग,दर्प में फूले रहते। लेकर खोखल नाव,झूठ की धारा बहते। जीवन कर बेकार,बचाते... Poetry Writing Challenge-2 2 251 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read अतिशय इच्छा अर्थ की अतिशय इच्छा अर्थ की, लाती हृदय विकार। मानव पकड़े पथ गलत,करता नहीं विचार। करता नहीं विचार,अर्थ लख बढ़ता जाता। त्याग प्रेम का भाव,दर्प उर को है भाता। पकड़े रहते झूठ,सत्यता... Poetry Writing Challenge-2 1 165 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read मातु शारदे मातु शारदे वंदना,करता जग है आज। रखकर माता सत कृपा,रखना सुंदर साज। रहता सुंदर साज,सोच उत्तम बन जाती। हो विद्या शृंगार,बुद्धि नव ऊर्जा पाती। विनय करे नित ओम,मातु उत्तम विचार... Poetry Writing Challenge-2 1 156 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read भारत जनता उर बसे भ भारत जनता उर बसे,महाबली हनुमान। रक्षित भारत मम रहे,रचते उचित विधान। रचते उचित विधान,वीरता उर में भरते। लख के जिसको शत्रु,हृदय में अतिशय डरते। नहीं कभी बर्दाश्त,किसी की यहाँ... Poetry Writing Challenge-2 1 134 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read हठधर्मिता से रखिए दूरी प्राणी हठ धर्मी बनकर के, कष्ट बहुत है जग में पाता। सोच नियत तब उसकी होती, भाव धैर्य का है घट जाता।। हर इक प्राणी को ब्रह्मा ने, सोच समझ... Poetry Writing Challenge-2 1 151 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read देख परीक्षा पास में देख परीक्षा पास में,अचरज में कुछ बाल। अब ऐसा मैं क्या करूं,बने उचित मम ढाल।। कठिन परीक्षा लग रही,कैसे हो यह पार। रखकर पुस्तक सामने,करता करुण पुकार।। शिक्षण का था... Poetry Writing Challenge-2 1 181 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read अतिशय माया के चक्कर में अतिशय माया के चक्कर में, व्यर्थ कर्म में सब डट गए। बातों के ही जमा खर्च में, जीवन के पन्ने पलट गए। सोच समझ कर ब्रह्मा जी ने, मानव रचना... Poetry Writing Challenge-2 1 283 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read ज्ञान दायिनी ज्ञान दायिनी पाप नाशिनी भक्तों की हो भाग्य विधाता। जग जननी अरु जग की पालक नाम शारदे तेरा माता।। तुम हो स्वर की देवी माता, संगीत सदा तुझमें बसता। तेरी... Poetry Writing Challenge-2 1 162 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read पावन अपने गांव की पावन अपने गांव हैं, रखें प्रदूषण दूर। सीमित साधन हों भले,प्राण वायु भरपूर।। बरगद पीपल नीम अरु,हरे भरे सब वृक्ष। प्राण वायु देते सुखद,जग हित का यह पक्ष।। उत्तम औषधि... Poetry Writing Challenge-2 1 163 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read मीठी वाणी मीठी वाणी रिश्ते जोड़े। कर्कश वाणी रिश्ते तोड़े।। मीठी वाणी प्रेम बढ़ाती। कर्कश वाणी क्रोध दिलाती।। मीठी वाणी सुख की दाता। मानव सब कुछ इससे पाता।। कर्कश वाणी कष्ट बढ़ाए।... Poetry Writing Challenge-2 1 304 Share Page 1 Next