गोविन्द मौर्या - प्रेम जी 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid गोविन्द मौर्या - प्रेम जी 17 Dec 2020 · 1 min read मेरा वतन मेरा वतन ये धरती है प्रवीरों की यहां चौड़ी छाती वीरों की । सम्राट अशोक , चंद्रगुप्त मौर्य जैसे अखंड भारत के शेरों की ।। यहां कण कण हीरा है... Hindi · कविता 2 1k Share गोविन्द मौर्या - प्रेम जी 17 Dec 2020 · 1 min read प्यार का संगम प्यार का संगम दो फूल खिले हैं उपवन में । रौनक आ गई है बगिया में । दो प्रेम के फूल खिले दिल में। रौनक आ गई है दुनिया में... Hindi · कविता 2 634 Share गोविन्द मौर्या - प्रेम जी 17 Dec 2020 · 1 min read प्रेम का बन्धन प्रेम का बंधन प्रेम की पावन बगिया से दो प्रेम के फूल खिले दिल में । स्नेह प्यार के बंधन से मन मगन हुआ अपने मन में ।। जीवन के... Hindi · कविता 1 617 Share गोविन्द मौर्या - प्रेम जी 17 Dec 2020 · 1 min read आखिरी सफर आखिरी सफर कुछ पुष्प चढ़ाकर कब्र पर नमन हमें वो कर गई था प्यार उसको मुझसे ये अनुभव कराकर चली गई हां प्यार सच्चा होता है ये एहसास हमें वो... Hindi · कविता 2 4 476 Share गोविन्द मौर्या - प्रेम जी 24 Dec 2020 · 1 min read शेर / मुक्तक चले जब कलम मेरी तो हर वाक्य तेरा हो डूबे जब मेरी नैय्या तो मझधार तेरा हो क्या बताऊं किस हद तक चाहता हूं मैं तुम्हें चले जब तक दिल... Hindi · शेर 4 2 400 Share गोविन्द मौर्या - प्रेम जी 17 Dec 2020 · 1 min read प्रिय जीवनसाथी प्रिय जीवनसाथी किसी और के आंगन की पौधा मेरे घर की छाया बन जाती है । दो दिल एक जान बनकर जीवन भर साथ निभाती है ।। छोड़कर अपने सारी... Hindi · कविता 1 359 Share गोविन्द मौर्या - प्रेम जी 17 Dec 2020 · 1 min read किसान आंदोलन - 2020 किसान आंदोलन - 2020 है किसानों की हालत क्यों बदतर यहीं क्या कृषि प्रधान देश भारत है आज भी है वही गूंजता था जहां जय जवान जय किसान का नारा... Hindi · कविता 4 2 328 Share गोविन्द मौर्या - प्रेम जी 17 Dec 2020 · 2 min read राजनीत राजनीत राजनीति के चक्कर में युवा बर्बाद हो जाता है नेताओं के पीछे चलकर जिंदाबाद वो कहता है आता है जब चुनाव तक युवा दिखाई देता है चुनाव खत्म होते... Hindi · कविता 1 4 338 Share गोविन्द मौर्या - प्रेम जी 17 Dec 2020 · 1 min read पवित्र रिश्ता पवित्र रिश्ता जब प्यार के पावन बंधन में एक बहना बंध जाती है । साजन के घर आंगन में कलियों सी खिल जाती है ।। बाबुल का घर सूना हो... Hindi · कविता 2 326 Share गोविन्द मौर्या - प्रेम जी 17 Dec 2020 · 1 min read मन चंचल है मन चंचल है मन चंचल है मन मोहित है मन पवन सा बहता झोंका है मन मंदिर है मन पूजा है मन मगन प्रेम का सागर है प्यारी प्यारी बातों... Hindi · कविता 2 291 Share गोविन्द मौर्या - प्रेम जी 17 Dec 2020 · 1 min read नागपंचमी नागपंचमी जब अपनी गांव की बगिया में सावन में झूला पड़ता था मन आनन्द हो जाता था जब झूले पर मैं चढ़ता था सावन की घनघोर बदरिया से जब रिमझीम... Hindi · कविता 1 4 252 Share