manish kalal Tag: ग़ज़ल/गीतिका 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid manish kalal 29 Apr 2018 · 1 min read शाम को होते देख, में मुरझा गया..... शाम को होते देख, में मुरझा गया, खुद से कुछ सवाल करता गया, मेने गुजार दिया आज का जीना, अब कल का सोच रहा हूं आना-जाना, आज जो था वक्त... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 355 Share