Ravi Betulwala Tag: कविता 57 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Ravi Betulwala 17 Jul 2020 · 1 min read मन में क्यूँ न सजात फिरुँ... !! एक नाम सफर पर घात करुँ…! उसके जज्बातों से शुरुआत करुँ,...!! अब वक़्त गुजारिश करता है..! चल बात करुँ, चल बात करुँ…. !! कोई वजह नहीं, जो डाँट करुँ.. !... Hindi · कविता 4 2 241 Share Ravi Betulwala 17 Jul 2020 · 1 min read चलता चल.... !! अब रोक नहीं कोई टोक नहीं, बात नहीं अब मज़ाक नहीं ! अब रातों को आराम नहीं, चाहे जीवन एक संग्राम सही!! तू चल पड़ा है उस डगर, मिलेगा तुझको... Hindi · कविता 4 2 435 Share Ravi Betulwala 2 Nov 2018 · 2 min read वो दोस्त मेरा...!! उस शख्स की शख्सियत क्या बताऊ तुम्हें...... मेरी दोस्ती का अनमोल नगीना है वो, उसके लिए चेहरा पल में निखर जाता हैl यादों में हरपल रहता है, दिलकश नजर आता... Hindi · कविता 3 3 236 Share Ravi Betulwala 1 Nov 2018 · 2 min read माँ तो आखिर माँ होती है ...!! माँ....... हर लम्हे की आह में बच्चों की परवरिश होती है, माँ तो आखिर माँ होती है, वो कहाँ किसी की सुनती है !! माँ की ख़ामोशी के पीछे, छुपे... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 26 526 Share Ravi Betulwala 28 Oct 2018 · 1 min read कोई कह दे इन हवाओ को.... ! "कोई कह दे इन हवाओ को, कि मेरा चाँद बहुत ही शर्मीला हैं, इतनी कोशिश ना करो......... उसकी चुनरी को उडाने की....... ! कोई कह दे इन हवाओ को !... Hindi · कविता 2 281 Share Ravi Betulwala 24 Oct 2018 · 1 min read वो एक बिजली सी..... !! वो मेरे दिल के बादल मे, छुपी एक बिजली हैं, उसकी चमक पाते ही ये, दिल- ऐ -बादल जोरों से धड़कता है! वो बिजली -सी ही हैं, जो मेरे दिल... Hindi · कविता 3 403 Share Ravi Betulwala 7 Oct 2018 · 1 min read कुछ रिश्ते होते है....!! **कुछ रिश्ते होते है.... जिन्हे जरुरत नहीं होती, दुनिया की रिवायतों से सींचने की....... !! मिलना -जुलना, हाथ मिलाना, उठना - बैठना, खाना -खिलाना...., जरुरत नहीं होती कुछ रिश्तो को,... Hindi · कविता 1 327 Share Previous Page 2