कुमार संदीप Tag: कविता 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कुमार संदीप 2 Feb 2021 · 1 min read प्रेम महज ढ़ाई अक्षर का शब्द नहीं प्रेम महज ढ़ाई अक्षर का एक शब्द नहीं प्रेम में है समाहित भावना रुपी समुद्र ज्ञान रुपी नभ।। प्रेम महज ढ़ाई अक्षर का एक शब्द नहीं प्रेम पूजा है प्रेम... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 42 555 Share कुमार संदीप 27 Dec 2020 · 1 min read आए थे जहाँ से वहीं चले जाओ कोरोना! जब से हुआ है आगमन तुम्हारा तब से मच गई है हलचल जगत में तुमने लील लिया है कितनों का जीवन पता नहीं किस बात पर रुठ चुके हो... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 22 483 Share कुमार संदीप 9 Mar 2019 · 1 min read माँ। माँ माँ ! आप वो आसमान हो जो ...अपनी संतान को प्रेम से ढक कर रखता है माँ माँ ! आप वह सूर्य हो जिसका ...प्रकाश आपकी संतान को दुख... Hindi · कविता 2 2 468 Share कुमार संदीप 9 Mar 2019 · 1 min read कविता का शीर्षक:-हे ईश्वर मालिक हे दाता #महिला_दिवस_ विशेष_कुमार_संदीप_द्वारा_रचित_कविता:-- कविता का शीर्षक:-हे ईश्वर मालिक हे दाता हे ईश्वर ,मालिक हे दाता ! करो रक्षा अब नारीयों की हो गए हैं पापी अब मनुज नीच बुद्धि से ग्रसित... Hindi · कविता 2 2 661 Share