ज्योति मिश्रा 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid ज्योति मिश्रा 10 Nov 2018 · 1 min read "पूज्या" माँ ने गर्भाधान किया,नौमास उसी का ध्यान किया भार सहा,औ अकुलाहट,नवअनुभव का ज्ञान किया सहकर भारी प्रसववेदना, दिया जन्म नवजीवन को मृत्युतुल्य पीड़ा के कारण, पुनर्जन्म का भान किया ख़ुद... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 13 38 816 Share