Preety mohnani Language: Hindi 16 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Preety mohnani 26 Nov 2018 · 1 min read अपनी छत आज फिर बेगानी छत छोड़, नए छत की तलाश है करना। सर की छत अपनी कहलाए, पूरा करना है ख्वाब सुनहरा। कई तरह की छते देख ली, अपनी नहीं अजनबी... Hindi · कविता 5 3 512 Share Preety mohnani 10 Nov 2018 · 2 min read ख़त आज माँ के साथ दीवाली की सफाई मे मैं हाथ बंटा रही थी | यकायक सफाई करते-करते एक छोटा बक्सा हाथ लगा। "माँ से पुछा,तो माँ हल्का मुस्कुरा कर बोली",... Hindi · लघु कथा 4 10 783 Share Preety mohnani 8 Nov 2018 · 1 min read माँ माँ शब्द है जितना छोटा, भावनाओं की गहराइयों मे है मोटा। माँ की ममता का नहीं कोई मोल, उसके लिए उसके बच्चे अनमोल। माँ की छाया मे पीड़ा सब भुल... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 30 624 Share Preety mohnani 8 Nov 2018 · 1 min read हैप्पी दीवाली आया त्योहार दीपो का ,जगमग- जगमग हुआ ये जहान सारा। खुशियां बरसेंगी सबके द्वार,होगी आज मिठाइयों की बरसात। दीवाली है सुख-समृद्धि का त्योहार,लाए दिलों में खुशियां अपार। रिश्तों को प्यार... Hindi · कविता 1 1 364 Share Preety mohnani 10 Oct 2018 · 2 min read वक़्त और यादें आज यूं ही बैठे -बैठे जैसे अतीत की यादों में खो गई थी "कुमोद" बस मोबाइल में टक-टकी लगाए इस डिजिटल की दुनियां में पोते-पोतियों का चेहरा तो दिख जाता... Hindi · लेख 1 2 635 Share Preety mohnani 10 Oct 2018 · 1 min read कागज़, कलम और मोबाईल अभी तो ज़िन्दगी की शुरुवात ही हुई थी सिमरन के।लेकिन डिप्रेशन में आ गई थी।। आती भी कैसे नही इतनी छोटी उम्र में पति का देहांत। 2 माह का बेटा।... Hindi · लेख 1 1 464 Share Preety mohnani 22 Sep 2018 · 1 min read उमंग उमंग सा भरा बचपन तरंगों से भरा जीवन द्वेष नहीं कभी किसी मन घर आंगन में फुदकती रहती। चिड़िया जैसी चहकती रहती। हस्ती रहती हर पल माँ-बाप के घर पर।... Hindi · कविता 1 503 Share Preety mohnani 21 Sep 2018 · 1 min read बारिश तपिश धरती की दूर भगाए,सबका मन ठण्डा कर जाए। कागज की कश्ती की याद दिलाए, गर्मी से आराम कराए। सोंधी-सोंधी ख़ुशबू मिट्टी की,मानो मिट्टी से प्रेम करना सिखाए। चारों और... Hindi · कविता 2 2 760 Share Preety mohnani 20 Sep 2018 · 1 min read इश्क़ नज़र कि गुस्ताखियां तो देखो,हमारी बेकरारियाँ तो देखो चले जा रहे थे वो, हमारी एकटक खामोशियाँ तो देखो। तनिक मुड़कर भी देखा उसने,हमारी नादानियाँ तो देखो समझ न पाए इशारा... Hindi · कविता 1 1 453 Share Preety mohnani 3 Sep 2018 · 1 min read कृष्णजन्माष्टमी तूफान मचा चारो ओर, लपेटे मे थी रात अंधियारी। कृष्ण ने जन्म लिया था तब,वसुदेव-देवकी की खुशी का नहीं कोई था अंत। इतने मे कंस का भय उन्हें सता रहा,प्रभु... Hindi · कविता 1 447 Share Preety mohnani 31 Aug 2018 · 1 min read प्रभु प्रभु की शक्ति है अनन्त, आस्था भी है बेअन्त। विश्वास इन पर है अटूट, पत्थर को बनादे शक्ति रूप। चाहे हो कुरान या हो गीता,बाइबिल मै भी सन्देश समान। अमन... Hindi · कविता 437 Share Preety mohnani 25 Aug 2018 · 1 min read उड़ान पागलपन की हद तक सपनों को चाहना। कुछ नया कर दिखा,दिल यह कह रहा। क्षितिज तक उड़ान है भरना, सपनो को साकार है करना। चाहत ऊँची उड़ान की , मुश्किल... Hindi · कविता 512 Share Preety mohnani 15 Aug 2018 · 1 min read 15 अगस्त 15अगस्त1947 की अर्द्ध-रात्रि, जब भारत आज़ाद हुआ। मुर्गे की बांग नही, आज़ादी के जशन का बिगुल बजाया गया। जंजीरो को तोडा मातृभूमि की, स्वतंत्रता का तिरंगा लहराया गया। लाल किले... Hindi · कविता 1 689 Share Preety mohnani 14 Aug 2018 · 1 min read सावन हरियाली ने हमे बताया देखो देखो सावन आया चहु और हरियाली छाई मन को मुगध कराई। त्योहारों की शुरुवात हुई। सावन की फुवार हुई है। हरियाली तीज को साथ ये... Hindi · कविता · बाल कविता 472 Share Preety mohnani 13 Aug 2018 · 1 min read हवा मैं हूँ हवा,कहूँगी मैं ये आज। बहुमूल्य हूँ मैं सृष्टि मैं सबसे। मुझ बिन जीवन नहीं किसीका। पांच तत्वों मैं एक मेरा भी है नाम। मस्त मोला हूँ ,हूँ मैं... Hindi · कविता 443 Share Preety mohnani 12 Aug 2018 · 1 min read रंगों के रंग रंगों के रूप तरह तरह के रंग बिछे हैं,अपने देश के अन्दर। देखना है यदी इनको,हमारे देश मे देखो आकर। रंग अलग है धर्म अलग है,अलग है जाती-रिवाज़। फिर भी... Hindi · कविता 454 Share