Alpa Tag: कविता 77 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Alpa 14 Dec 2021 · 1 min read कुदरत का कानून न तेरा हैं, न मेरा ये तो हैं कुदरत का कानून..! आंधी आती हैं अकाल पड़ता हैं, अवकाशी तूफान बरसता हैं, ये सब उसकी ताकत हैं...!..! जो में चाहू जो... Hindi · कविता 407 Share Alpa 14 Dec 2021 · 1 min read सावन और धरा की मोहब्बत का नज़ारा... झूम के गीत गाती धरा, लग रही थी मासूम कोई अप्सरा....! खिली थी जहाँ में कितनी सारी कलियाँ, बारिश की बौछार ने जब छुआ....!! स्पंदन भरा स्पर्श था हर कण-कण... Hindi · कविता 287 Share Alpa 12 Dec 2021 · 1 min read "बचपन" वाले पुराने दिन... हे... ईश्वर अर्ज हमारी सुन लो, लौटा दो वो नासमज वाले पुराने दिन, कुछ न समझते थे, नादान थे अच्छा था....! दुनियादारी की हमें परवाह न थी, दुःख दर्द की... Hindi · कविता 1 431 Share Alpa 11 Dec 2021 · 1 min read शब्दों की सौगात... मै तो अकेली हूँ.... मेरा वजूद क्या हैं.... हरदम ये सोचती हूँ.... दुनिया हैं बहुत बड़ी लेकिन इसमें अकेली मैं खड़ी, सोचते सोचते मै अल्फाजो के चक्कर में खोई, मैंने... Hindi · कविता 256 Share Alpa 10 Dec 2021 · 1 min read हसरतें.. प्यार भरी हसरतें थी, तेरे साथ लम्बां सफर करने की, तेरे साथ बैठने की गुफ्तगू करने की, वक्त भी दे रहा था साथ, पल भी थोड़ा सा रुक गया था,... Hindi · कविता 531 Share Alpa 9 Dec 2021 · 1 min read "ऋणानुबंधन" जीवन के सफरमें बंध जायेंगे कई बंधन...! निभालो नाजुक संबंध, कर्मों का हैं ऋणानुबंधन...!! जन्मों का पुराणा नाता, इसे न तुम ठुकराव....! कुछ तो होंगा इसमें 'राज' तभी तो हैं... Hindi · कविता 551 Share Alpa 8 Dec 2021 · 1 min read सोच शक्ति कुछ देर मैं सोचती रही, पर क्या... ऐ समझ नहीं पाई ।। फिर दिलने कहाँ के, तू पूछले मन से वो करेगा तेरी मदद सारी, उसको जरा ढँढोलना पड़ेगा, तो... Hindi · कविता 372 Share Alpa 8 Dec 2021 · 1 min read अनजान शहरमें... कैसे संभाले जीवन को…. आगंतुकों की रफतार बढ़ती गई.....अनजान शहरमें, मेहनत ज्यादा और मज़दूरी कम होती कैसे संभाले जीवन को.........!! यहाँ महँगाई ज्यादा और आमदनी कम पड़ती गई...!! कैसी विडंबना... Hindi · कविता 1 2 520 Share Alpa 3 Dec 2021 · 1 min read बीन मौसम बारिश... आज ऐसी शीत लहर चली, हवा भी हमकदम बनके उसके संग बही...! देखो ना उसको सावन से प्रीत हुई......!! शायद कितना वो तडपी होंगी, ओश के अश्रुसे, सुबह-सुबह छुपकर कितना... Hindi · कविता 197 Share Alpa 2 Dec 2021 · 1 min read बुलंद हसरतें....एक युवा की... वक्त खेलता हैं खेल ऐसा, आज हैं साथ - साथ, कल क्या पता होंगे कहाँ । जो बोलते हैं वो होता नही, पल में बाजी पलट जाती हैं, वो बोलता... Hindi · कविता 411 Share Alpa 1 Dec 2021 · 1 min read वक्त ही हमारा सच्चा साथी हैं... वक्त को पकड़ना चाहोगे तो, वो घड़ी में नजर आएंगा हमें....! साथ चलना चाहोगे तो आगे ही भागेंगा सदा, रुकने को कहोंगे तो, हवा के साथ उड़ जाएगा हमेंशा...!! स्पर्धा... Hindi · कविता 245 Share Alpa 30 Nov 2021 · 1 min read निंदिया मेरी सखी सहेली... निंदिया मेरी सखी सहेली, तूम आवो ना जल्दी - जल्दी...! तूम आती हो क्यों देरीसे, क्या खता हुई हैं मुझसे...!! कितना तड़पाती हो, फिर अखियाँ भी थक जाती...! मन भी... Hindi · कविता 266 Share Alpa 23 Nov 2021 · 1 min read नए साल की नए रोशनी.... नए साल की नए रोशनी....अरे.... वो तो है सदियों पुरानी, श्रीरामजी जब विजय होकर आये 'अवधपुरी' वहाँ से प्रज्वलित हुई थी प्रकाशनी... कितनी प्रचंड थी ज्योति वो, सारे जहाँ में... Hindi · कविता 254 Share Alpa 22 Nov 2021 · 1 min read गुरु की महत्ता गुरु की गरिमा का बहुत सुना है लेखा जोखा, आज में अपने मन आत्मन के मंथन की भाषासे, शब्दों के रत्न की माला को खुद की जिह्वा से, उनका महिमागान... Hindi · कविता 377 Share Alpa 22 Nov 2021 · 1 min read ओ वृन्दावन के गिरधारी, मैं जाऊ तूज पर वारि... ओ वृन्दावन के गिरधारी, मैं जाऊ तूज पर वारि... मैं धन्य हो जाऊ जब दर्शन दे आप मुरारी, गोकुल में मिट्टी की वो छोटी सी रज, ढूढ़ती है कहाॅ हो... Hindi · कविता 1 373 Share Alpa 22 Nov 2021 · 1 min read कोरोनाने वार किया इंसानियत पर.... कोरोनाने वार किया इंसानियत पर, मानव पर टूटा आफत बनकर...! जैसे थरा धुजति है भूकंप से, वैसे मानवजात कि गरिमा को हिलाया....!! हर इंसान खौफ में जिया, जैसे क़ुदरतने दी... Hindi · कविता 154 Share Alpa 21 Nov 2021 · 1 min read किस्मत के मारे कई लोग होते हैं किस्मत के मारे, रह जाते हैं अकेले....! होते है वो बहुत ही अच्छे... पर, रह जाते सदा अपने वजूद में ठहरे....!! होती है मन की अच्छी... Hindi · कविता 139 Share Alpa 21 Nov 2021 · 1 min read जमीर को हमेंशा जिंदा रखो....! जमीर हमे हम से ज्यादा पहचानता हैं, हमारे हर एक पहलू से वो वाकिफ है, सही गलत का अंदाजा उसे रहता है, तो जमीर को हमेंशा जिंदा रखो....! उसका कहा... Hindi · कविता 171 Share Alpa 20 Nov 2021 · 1 min read किस्मत का लिखा... तुम आये नहीं तो कोई शिकायत नहीं, बिन तेरे जीना सिख लिया उसमें कोई शक नही...!! किस्मत का लिखा कोई मिटा सकता नहीं, ऐ तो जिंदगानी की रीत है, यहाँ... Hindi · कविता 430 Share Alpa 20 Nov 2021 · 1 min read आँखो की बाते मै क्यों जग रही हूँ...मुझे नींद क्यों नही आती, ऐसा कहती अखियाँ... दोनों आपस में बात कर रही...! मिलने की है तड़प दोनों को पर बीच में दीवार आ जाती... Hindi · कविता 1 237 Share Alpa 19 Nov 2021 · 1 min read तुम बिन जीना मुश्किल... तुम बिना जीना मुश्किल है...! तुम जो खामोश तो दुनिया वीरान हैं..!! तुझसे मेरी शांशो की डोर हैं...! जीना है नामुमकिन अगर तू नाराज हैं...!! तेरी चुपकी मेरी जान पर... Hindi · कविता 184 Share Alpa 19 Nov 2021 · 1 min read "मन के घाव" कुछ धाव भरजाते है मलमपट्टी से, लेकिन... मन के घाव होते इतने गहरे... नहीं भरते वो प्यार दुलारसे....! फिर... मन का घाव फैलता है, तन के हर कोने में, सुईकी... Hindi · कविता 2 382 Share Alpa 18 Nov 2021 · 1 min read "अंतरात्मा की पुकार" मन के भीतर एक अजीब सी हलचल, लगता है जैसे आया हो झटका प्रलयका....! हिल उठती है धरा जैसे, वैसे काँपा बदन पुरा....!! हर एक अंग ध्रुजा, अजीबो सी हुए... Hindi · कविता 335 Share Alpa 18 Nov 2021 · 1 min read जो तू मुझ संग प्रीत करे.... तू जो हो मेरे जीवन में, तो आता है करार मेरे मनमें....! हो न कोई उलझन मुझे, जो तू सुलझाए उसे....!! अखियाँ में निंदिया कहाँ, जो तू मुझसे बतियाँ करे...!... Hindi · कविता 1 1 368 Share Alpa 17 Nov 2021 · 1 min read "छोटा सा दिमाग" आँखे जो देखे... मन उससे विपरीत ही करता, क्या करे ऐ तो मन है...वो कहा एक जगा स्थिर हैं दिल कहता है अरे रुकोना,बेठौना मेरे पास, करते हैं कुछ अपने... Hindi · कविता 375 Share Alpa 16 Nov 2021 · 1 min read "अपनापन" कितना खाली और सुनापन, फिर भी उसमे है अपनापन ।। क्योंकि की आज का दौर...! कितना भागम भाग वाला दौर...! अपनों को मिलने के लिए, वक्त नहीं किसी के पास... Hindi · कविता 497 Share Alpa 16 Nov 2021 · 1 min read "राष्ट्रीय शान मोर" तारीफ तेरी क्या करू, उतना हसीन खुदा ने तूजे बनाया ।। तेरा स्वर भी मधुरता का मोहताज, वर्षा भी तेरे नाद को सुनकर, मेध राजा को देतीं है हाथ ताली।... Hindi · कविता 143 Share Previous Page 2