Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Sep 2018 · 1 min read

गोरा रंग

गोरे रंग रूप पे मिटी हुई – सी
सारी दुनियादारी है….!!
ये कैसी आधुनिकता है…?!!
ये कैसी समझदारी है….?!!

माना कि प्राचीनकाल से ही …
सौंदर्य पे कविता भारी है….
पर अपने रूप को शाप समझना…
ये तो स्पष्ट” मती- मारी “है!!

कितने ही धंधे चलते है ..
इस रंग- रूप -व्यापारी में…
हां हम भी तो इक हिस्सा हैं…
इस दिखावटी तैयारी में….

किशोर – किशोरी ना जाने कितने…
इस दुविधा के मारे है…
रंग रूप और नैन –
क्या ये पहचान हमारे हैं???

यदि सुंदरता ही इस तन की …
हो जाए मानक स्वरूप …
फिर लाभ ही क्या इस शिक्षा का?
जब मूल्य ही हो जाए कुरूप

माना कि हां कुछ इक हद तक
हां ठीक भी ये *मक्कारी है!!
पर यह क्या कि खुद की पहचान पर
रंग -रूप का ठप्पा भारी है!!

Language: Hindi
2 Likes · 596 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Priya Maithil
View all

You may also like these posts

बहुत टूटा हुआ मैं भी, अपनों से बिछुडने के बाद।
बहुत टूटा हुआ मैं भी, अपनों से बिछुडने के बाद।
Brandavan Bairagi
ज़िद..
ज़िद..
हिमांशु Kulshrestha
L
L
*प्रणय प्रभात*
जिंदगी की तन्हाइयों मे उदास हो रहा था(हास्य कविता)
जिंदगी की तन्हाइयों मे उदास हो रहा था(हास्य कविता)
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
नेह
नेह
रेवन्त राम सुथार
दिल में रह जाते हैं
दिल में रह जाते हैं
Dr fauzia Naseem shad
मन मेरा हट किये बैठा है...
मन मेरा हट किये बैठा है...
Manisha Wandhare
तेरे हम है
तेरे हम है
Dinesh Kumar Gangwar
डोर
डोर
Dr. Mahesh Kumawat
" गिरगिट "
jyoti jwala
आप और हम जीवन के सच ..........एक प्रयास
आप और हम जीवन के सच ..........एक प्रयास
Neeraj Kumar Agarwal
जाल हऽ दुनिया
जाल हऽ दुनिया
आकाश महेशपुरी
"मतदाता"
Khajan Singh Nain
मिलोगे जब हमें प्रीतम मुलाकातें वही होगी
मिलोगे जब हमें प्रीतम मुलाकातें वही होगी
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
बड़े रफ़्तार में हैं हम ,
बड़े रफ़्तार में हैं हम ,
पूर्वार्थ
लाचारी
लाचारी
Sudhir srivastava
संवेदना का प्रवाह
संवेदना का प्रवाह
Er.Navaneet R Shandily
दिव्य प्रेम
दिव्य प्रेम
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
दोहे
दोहे
seema sharma
सहकारी युग का 11 वाँ वर्ष 1969 - 70 : एक अध्ययन
सहकारी युग का 11 वाँ वर्ष 1969 - 70 : एक अध्ययन
Ravi Prakash
झुक नहीं सकती
झुक नहीं सकती
surenderpal vaidya
குளு குளு அறை
குளு குளு அறை
Otteri Selvakumar
Biography of Manish Mishra World Record Holder Journalist
Biography of Manish Mishra World Record Holder Journalist
The World News
जागो जनता
जागो जनता
उमा झा
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
*इन्हें भी याद करो*
*इन्हें भी याद करो*
Dushyant Kumar
मुझे ताज महल नहीं चाहिए
मुझे ताज महल नहीं चाहिए
Jyoti Roshni
(रफी साहब की स्मृति को नमन)
(रफी साहब की स्मृति को नमन)
Mahesh Tiwari 'Ayan'
शेर अर्ज किया है
शेर अर्ज किया है
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
स्कंदमाता
स्कंदमाता
Dr Archana Gupta
Loading...