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12 Aug 2018 · 1 min read

मुक्तक

ठंडी ठंडी फुहार चेहरे पर,आ गयी है बहार चेहरे पर,
एक संदेह सर उठता है , रंग आये हजार चेहरे पर,
झुर्रिया चादर है फूलो की ,बन गयी एक मजार चेहरे पर,
आज लिख ही डालेंगे, अपने सारे विचार चेहरे पर ।

Language: Hindi
260 Views
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