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23 Jul 2018 · 1 min read

बरसात

? ? ?
रिमझिम कर बरसातें आईं।
खुशियों की सौगातें लाईं।
मिट जाए हर द्वेष धरा से-
प्रीत-प्रेम की बातें छाईं।
? ? ? -लक्ष्मी सिंह ? ☺

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