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29 May 2018 · 1 min read

पका हुआ हर आम

दिखने मे सुंदर रहे…….. लगे मुनासिब दाम !
सदा स्वार्थ की शाख पर,पका हुआ हर आम !!

अच्छाई उसकी सभी,…हो जाती गुमनाम !
बदनामी का कर दिया,एक बार जो काम !!

आएगा इस बार जब,,सावन मे प्राणेश !
मैं जाने दूंगी नहीं, …वापस उसे विदेश !!
रमेश शर्मा

Language: Hindi
1 Like · 371 Views
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