Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 May 2018 · 2 min read

हिंदी भाषा का प्राथमिक स्तर

व्याकरण प्राथमिक स्तर पर ही विद्यार्थियों की भाषा को आधार प्रदान करता है किंतु इसके लिए यह अनिवार्य है कि उसका अभ्यास निरंतर बना रहे । षष्ठी स्तर पर विद्यार्थियों को व्याकरण के नियमों का पुनराभ्यास का अवसर मिलता है इस स्तर पर विद्यार्थी भाषा को शुद्ध रूप प्रदान करने में समर्थ हो जाता है ।
किसी भी भाषा को ठीक से बोलने लिखने और पढ़ने के लिए व्याकरण का ज्ञान होना आवश्यक है । अक्सर देखा गया है कि विद्यार्थी मौखिक रूप में तो अपने विचारों को प्रकट कर लेते हैं परंतु जहाँ पर लेखन की बात आती है वहाँ पर अपने विचारों को लिखने में इतनी प्रवीणता नहीं दर्शाते जितनी की मौखिक रूप से । यह सब इसलिए होता है क्योंकि उनको ज़मीनी तौर पर भाषा ,भाषिकीय नियमों और मात्राओं का ज्ञान नहीं होता, चिन्हों के प्रयोग का ज्ञान नहीं होता । प्रारंभिक तौर पर छठी कक्षा के विद्यार्थियों के लिए निम्नलिखित व्याकरण के नियमों का ज्ञान होना आवश्यक है जिससे की वह शुद्ध वाक्य निर्माण कर सकें ।

1. मात्राओं का ज्ञान
2. मात्राओं की पहचान
ि ी ु ू े ै ो ौ ं ँ ृ
र के रूप
रेफ / पदेन / टवर्ग में र का प्रयोग ट्र
3. शब्दों का शुद्घ लेखन और उच्चारण
4. वर्तनी ज्ञान, शब्दों को सही क्रम में लगाकर शुद्ध वाक्य निर्माण ।
5. वाक्य में ‘कि’और ‘की’ का प्रयोग 6.अनुस्वार और अनुनासिक के मानक रूप
7. विसर्ग एवं आगत स्वर के मानक रूप
8. कारक के परसर्ग
9. नुक्ता वाले वर्ण
क़ ख़ ग़ ज़ फ़
10. विकारी / अविकारी शब्द
11. शब्द भंडार
12. वाक्य रचना
13. विराम चिन्ह , उपसर्ग , प्रत्यय

Language: Hindi
Tag: लेख
4 Likes · 1002 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

3382⚘ *पूर्णिका* ⚘
3382⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
कवियों का अपना गम
कवियों का अपना गम
goutam shaw
मैं और मेरी कामयाबी ...
मैं और मेरी कामयाबी ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
Man is ambitious(Poem)
Man is ambitious(Poem)
SUNDER LAL PGT ENGLISH
माहिया - डी के निवातिया
माहिया - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
🙅सीधी-बात🙅
🙅सीधी-बात🙅
*प्रणय प्रभात*
एक जख्म
एक जख्म
Minal Aggarwal
आंखों पर पट्टी, होठों पर मौन जड़ गया ।
आंखों पर पट्टी, होठों पर मौन जड़ गया ।
TAMANNA BILASPURI
न रंग  था न  रूप  था  खरीददार  थे मिले।
न रंग था न रूप था खरीददार थे मिले।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
दीवानी कान्हा की
दीवानी कान्हा की
rajesh Purohit
परीक्षा
परीक्षा
विक्रम सिंह
दर्द से उपजा
दर्द से उपजा
हिमांशु Kulshrestha
'प्रभात वर्णन'
'प्रभात वर्णन'
Godambari Negi
समय के हालात कुछ ऐसे हुए कि,
समय के हालात कुछ ऐसे हुए कि,
पूर्वार्थ देव
जीवन
जीवन
विवेक दुबे "निश्चल"
शेरनी का डर
शेरनी का डर
Kumud Srivastava
ना मालूम क्यों अब भी हमको
ना मालूम क्यों अब भी हमको
gurudeenverma198
*मेरी जीवन संगिनी*
*मेरी जीवन संगिनी*
AVINASH (Avi...) MEHRA
7) तुम्हारी रातों का जुगनू बनूँगी...
7) तुम्हारी रातों का जुगनू बनूँगी...
नेहा शर्मा 'नेह'
पवनपुत्र
पवनपुत्र
Jalaj Dwivedi
शेर
शेर
Dr. Kishan tandon kranti
बहुत कठिन है पिता होना
बहुत कठिन है पिता होना
Mohan Pandey
कल भी तू मेरे दिल में थी,
कल भी तू मेरे दिल में थी,
जय लगन कुमार हैप्पी
नज़ारे नजरों में समा जाते है ।
नज़ारे नजरों में समा जाते है ।
Rajesh vyas
प्रेरणा
प्रेरणा
संतोष सोनी 'तोषी'
उजले दिन के बाद काली रात आती है
उजले दिन के बाद काली रात आती है
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
It wasn't easy arising from the pain.
It wasn't easy arising from the pain.
Manisha Manjari
कभी खामोशियां.. कभी मायूसिया..
कभी खामोशियां.. कभी मायूसिया..
Ravi Betulwala
बसंत
बसंत
Shweta Soni
मेरे पास भी तू मेरे साथ भी तू मेरे हर एहसास में तू
मेरे पास भी तू मेरे साथ भी तू मेरे हर एहसास में तू
Pappu Kumar Shetty
Loading...