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13 May 2018 · 1 min read

छूने दो तुम्हारे पग

तुम हो मेरी सृष्टि,
तुम्हारी यह दृष्टि,
समाया सारा जग,
छूने दो तुम्हारे पग,

सारे सुख फीके तुम्हारे बिना,
कतरा कतरा है तुमसे बना,
पल पल आती है याद,
हर शब्द में तुम्हारा नाद,
यह काया भी तुम्हारी,
यह साया भी तुम्हारा,
तुम्हारा है यह जग,
छूने दो तुम्हारे पग,

सहे कष्ट सारे तुमने,
खुश रहे वो अपने,
आँसुओ से तरबतर हर अंग,
छूने दो तुम्हारे पग,

तुम्हारी सुंदर छवि,
क्या लिखेगा कवि,
बुला लो तुम्हारे संग,
छूने दो तुम्हारे पग,
।।।जेपीएल।।।

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