Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 May 2018 · 1 min read

पावस ऋतु

पावस ऋतु
**************************
सत* रंग चूनर* सोलह श्रृंगार!
मेघ सजल* बरसे जल धार!

सनन सनन पवन* का जोर
बरस रही बर्षा* घनघोर
मेढक टर – टर गीत सुनाये
गगन में गुंजे मेघ का शोर

पत्तों पर दिखे बूंद की हार!
मेघ सजल बरसे जल धार!

पावस* ऋतु नारी, नर सावन
रस रिमझिम संगीत सुहावन
वीरहन के मन को तड़पाये
प्रेमी युगल कहे मनभावन

मधुर मिलन का यह त्योहार!
मेघ सजल बरसे जल धार!

पत्ता – पत्ता जैसे कामिनी*
मन सिहराये मेघ दामिनी*
हरियाली मन को हर्षाये*
पंछी गायें जैसे रागिनी*

सरवर * में सारस करे प्यार!
मेघ सजल बरसे जल धार!
————✍✍
पं.संजीव शुक्ल “सचिन”
मुसहरवा (मंशानगर)
प.चम्पारण…. बिहार

अर्थ….
सत = सात
चूनर=चुंदरी
सजल = जल से पूरित
पवन = हवाँ
वर्षा = बारिश
पावस = वर्षा
कामिनी = सुन्दर स्त्री
दामिनी = बरसाती बीजली
हर्ष = खुशी
रागिनी = संगीत में राग की पत्नी

Language: Hindi
Tag: गीत
433 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all

You may also like these posts

ग़म
ग़म
shabina. Naaz
* शक्ति आराधना *
* शक्ति आराधना *
surenderpal vaidya
दूरी अच्छी है
दूरी अच्छी है
Rambali Mishra
कोई इल्ज़ाम के नहीं क़ाबिल ,
कोई इल्ज़ाम के नहीं क़ाबिल ,
Dr fauzia Naseem shad
यदि हम आध्यात्मिक जीवन की ओर सफ़र कर रहे हैं, फिर हमें परिवर
यदि हम आध्यात्मिक जीवन की ओर सफ़र कर रहे हैं, फिर हमें परिवर
Ravikesh Jha
जादू  था या जलजला, या फिर कोई ख्वाब ।
जादू था या जलजला, या फिर कोई ख्वाब ।
sushil sarna
बिल्ली की तो हुई सगाई
बिल्ली की तो हुई सगाई
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
बरक्कत
बरक्कत
Awadhesh Singh
तुम्हारी याद आती है
तुम्हारी याद आती है
डॉ. एकान्त नेगी
*लफ्ज*
*लफ्ज*
Kumar Vikrant
जिंदगी एक पहेली
जिंदगी एक पहेली
Surinder blackpen
औरतें
औरतें
Neelam Sharma
तुम्हारे सॅंग गुजर जाते तो ये अच्छा हुआ होता।
तुम्हारे सॅंग गुजर जाते तो ये अच्छा हुआ होता।
सत्य कुमार प्रेमी
वीर दुर्गादास राठौड़
वीर दुर्गादास राठौड़
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
शीर्षक - तृतीय माँ
शीर्षक - तृतीय माँ
Neeraj Kumar Agarwal
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
ना रहीम मानता हूँ मैं, ना ही राम मानता हूँ
ना रहीम मानता हूँ मैं, ना ही राम मानता हूँ
VINOD CHAUHAN
द्वंद्व हो
द्वंद्व हो
RAMESH Kumar
ग़लत बोलते है, बिगाड़े  रखा है।
ग़लत बोलते है, बिगाड़े रखा है।
ओसमणी साहू 'ओश'
गहरे ज़ख्म मिले हैं जिंदगी में...!!!!
गहरे ज़ख्म मिले हैं जिंदगी में...!!!!
Jyoti Khari
दीमक रानी(बाल कविता)
दीमक रानी(बाल कविता)
Ravi Prakash
#हंड्रेड_परसेंट_गारंटी
#हंड्रेड_परसेंट_गारंटी
*प्रणय प्रभात*
धर्मरोष
धर्मरोष
PANKAJ KUMAR TOMAR
11. O Rumour !
11. O Rumour !
Ahtesham Ahmad
मूक निमंत्रण
मूक निमंत्रण
शशि कांत श्रीवास्तव
बसंत
बसंत
Lovi Mishra
तो आपका प्रतिद्वंदी कौन है?
तो आपका प्रतिद्वंदी कौन है?
पूर्वार्थ देव
"कश्मकश"
Dr. Kishan tandon kranti
"I’m now where I only want to associate myself with grown p
पूर्वार्थ
धीरे धीरे अंतस का
धीरे धीरे अंतस का
हिमांशु Kulshrestha
Loading...