Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Apr 2018 · 1 min read

तेरे आने से पहले

सहमा-सहमा सा दिल है
तेरे आने की उम्मीद है
जला कर रखता हुँ चराग
मेरी आँखों के
कहीं खत्म ना हो जाए
इंतजार
जल ना साँसों की बाती
तेरे आने से पहले
तमन्ना भर है तेरे दीदार की
ये आखरी ख्वाईश है तेरे यार की
सुकून से सो जाऊँगा एक दिन
तेरी बातें करते करते
कहीं खत्म ना हो जाए इंतजार
वक्त रहते रहते

राज स्वामी

Language: Hindi
1 Like · 347 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

मैं दुआ करता हूं तू उसको मुकम्मल कर दे,
मैं दुआ करता हूं तू उसको मुकम्मल कर दे,
Abhishek Soni
जब आप जीवन में सफलता  पा लेते  है या
जब आप जीवन में सफलता पा लेते है या
पूर्वार्थ
राजर्षि अरुण की नई प्रकाशित पुस्तक
राजर्षि अरुण की नई प्रकाशित पुस्तक "धूप के उजाले में" पर एक नजर
Paras Nath Jha
प्रतिभा
प्रतिभा
Rambali Mishra
* चली रे चली *
* चली रे चली *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आम पर बौरें लगते ही उसकी महक से खींची चली आकर कोयले मीठे स्व
आम पर बौरें लगते ही उसकी महक से खींची चली आकर कोयले मीठे स्व
Rj Anand Prajapati
"" *जीवन आसान नहीं* ""
सुनीलानंद महंत
*झरता अमृत विशेष है, शरद पूर्णिमा रात (कुंडलिया)*
*झरता अमृत विशेष है, शरद पूर्णिमा रात (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
व्हाट्सएप युग का प्रेम
व्हाट्सएप युग का प्रेम
Shaily
बेटी
बेटी
Jyoti Roshni
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
तुम्हारी आँखें...।
तुम्हारी आँखें...।
Awadhesh Kumar Singh
आधुनिक दान कर्म
आधुनिक दान कर्म
मधुसूदन गौतम
बरसात का मौसम सुहाना,
बरसात का मौसम सुहाना,
Vaishaligoel
आ अब लौट चलें.....!
आ अब लौट चलें.....!
VEDANTA PATEL
दो वक्‍त की नमाज़
दो वक्‍त की नमाज़
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तु  रूठा  रुठा सा लगता है  ...
तु रूठा रुठा सा लगता है ...
Vishal Prajapati
मजाक थोड़ी है।
मजाक थोड़ी है।
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
इत्ता तो बताओ हुज़ूरl दुश्मन कांप रहा है तो पांच दिन से पटाख
इत्ता तो बताओ हुज़ूरl दुश्मन कांप रहा है तो पांच दिन से पटाख
*प्रणय प्रभात*
3202.*पूर्णिका*
3202.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पारिवारिक मूल्यों को ताख पर रखकर आप कैसे एक स्वस्थ्य समाज और
पारिवारिक मूल्यों को ताख पर रखकर आप कैसे एक स्वस्थ्य समाज और
Sanjay ' शून्य'
वादे करके शपथें खा के
वादे करके शपथें खा के
Dhirendra Singh
जब मेले ने देखा चुड़ियों से मिल
जब मेले ने देखा चुड़ियों से मिल "इश्क का रंग"
©️ दामिनी नारायण सिंह
श्रेष्ठ विचारों को वाणी का आभूषण मात्र बनाने से कल्याण नहीं
श्रेष्ठ विचारों को वाणी का आभूषण मात्र बनाने से कल्याण नहीं
ललकार भारद्वाज
शायरों के अल्फाजों को भी सिखना
शायरों के अल्फाजों को भी सिखना
Shinde Poonam
खामोशियाँ
खामोशियाँ
विजय कुमार अग्रवाल
कोडेनार का थाना क्षेत्र
कोडेनार का थाना क्षेत्र
Dr. Kishan tandon kranti
ज़माना
ज़माना
अखिलेश 'अखिल'
- तेरा ख्याल -
- तेरा ख्याल -
bharat gehlot
तेरी दुआओं का साथ लेकर,
तेरी दुआओं का साथ लेकर,
Anurag Anjaan
Loading...