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26 Dec 2017 · 1 min read

?नजर आती है?

?नजर आती है?

जाने क्यों अल्फाजो मैं उतर आती है,,
उसकी शख्सियत मुझे नजर आती है।।

में छुपाता बहुत हूँ ज़माने से उसे,,
वो है की मेरी आँखों में नजर आती है।।

कब तक बचाऊ देखने बालो से,,
वो तो मेरे हाथो की लकीरो में नजर आती है।।

हर रोज यादों का कारवा चलता हैं,,
वो है की रात खावो में नजर आती है।।

“मनु” से पत्थर को पिघलाया उसने,,
कभी आँखों से बहती सी नजर आती है।।

?मानक लाल “मनु”
?9993903313

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