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5 Dec 2017 · 1 min read

“पिरामिड”

“पिरामिड”

वो
देखो
पतन
चित्त पट्ट
शय औ मात
अहं टकराया
निशान छोड़ गया॥-1
क्या
भाव
सुझाव
दबोच लो
शिकार मिला
जाल तैयार है
धागे कमजोर हैं॥-2
ये
दृश्य
दर्शन
विसर्जन
श्री गणेशाय
माटी मोह मूर्ति
पूजा पाठ आराध्य॥-3

दो
मत
बे-मत
खटपट
घर बिगड़ा
टूटा आशियाना
मिल गया बहाना॥-4
जो
जैसा
जातक
नव ग्रह
शनि मंगल
जन्म की कुंडली
राहू केतू ग्रहण॥-5

महातम मिश्र ‘गौतम’ गोरखपुरी

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