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2 Dec 2017 · 1 min read

■अलविदा करते है■

अकेले बैठे तन्हाई में दीवारों से तेरी बात करते है,
गुजरे तेरे संग हर लम्हो को अब हम याद करते है।

तेरी निगाहों से निगाहे मिलाकर इश्क का इजहार करते है,
लबो से नही कह पाते जो वो हम अब आँखों से करते है।

जब भी सोचते है उनके करीब जाने का,,
न जाने क्यूँ वो हमसे अब दर किनार करते है।

बदल गया मिजाज भी अब उनका बेगैरत दुनिया की तरह,,
हम उनकी मोहब्बत से अब तौबा करते है।

सोनू मोहब्बत में कुछ नही रखा सम्बलों अभी से,,
हर इशकबाजो से हम अब अलविदा करते है।✍✍✍✍✍*सोनू जैन*

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