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18 Oct 2017 · 1 min read

** आलोक पर्व पर **

दीपों की अवली जिस भांति अमा कालिमा हर जाती

हम एक एक बन दीप-पंक्ति हिंदी का यूं तम हर जाती

मुस्काती यूं उजियारा बन दूर तलक आलोक पर्व पर

बन पथप्रदर्शक आनेवाली पीढ़ी को आगाह कर जाती ।।
?मधुप बैरागी

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