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7 Jul 2017 · 1 min read

दोस्तो से भी मिला करो

सबके अपने दुख सुख है
सबकी अपनी पीड़ा है
जीवन चक्र के पहिए मे
सबकी अपनी लीला है
समय की धार प्रबल पर है
कुछ लय मे तुम भी चला करो
मात समय को तुम देकर
कभी अपने लिए भी जिया करो

दर्द को भी मुस्कान बना कर
तुम चुपचाप ही सहते हो
ऑखो के अश्को को भी तुम
रूंधे गले मे सहते हो
दिल की बाते कभी किसी से
साझा कर के रहा करो
समय की धार प्रबल पर है
कभी अपने लिए भी जिया करो
कुछ वक्त चुरा कर तुम अपना
कभी दोस्ती मे भी जिया कर
वक्त निकाल कर तुम अपना
कभी दोस्तो से भी मिला करो

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